लंकेश की शोभायात्रा में दिखा राजसी वैभव
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शो को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शो को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से चंद दिनों बाद जगह-जगह रामलीला का मंचन होगा। दशहरा में लंका पर राम की जीत की खुशी को अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाएगा। इसके पूर्व श्रीकटरा रामलीला कमेटी की ओर से लंकापति रावण की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। गुरुवार शाम राजसी वैभव से निकली लंकेश की शोभायात्रा में उनका पूरा परिवार शामिल रहा। बैंडबाजा, ध्वज-पताका, हाथी-घोड़े के साथ निकली शोभायात्रा विभिन्न मार्गो से होते हुए रामलीला कमेटी प्रांगण में पहुंचकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में राजसी वस्त्रों में सजे राजा रावण के परिजनों को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
शोभायात्रा की शुरुआत परम्परागत तरीके से भारद्वाज मुनि आश्रम पर विधि-विधान पूजन और आरती के बाद हुई। राजसी अंदाज में निकली महाराजा रावण की सवारी के आगे चल रही उनकी सेना लंकाधिपति के जयकारे लगाती रही। सबसे आगे चल रहा हाथी लंकेश के आगमन की सूचना दे रहा था, उसके पीछे विजय के प्रतीक ध्वज-पताका के साथ रावण की शाही पाइप बैंड था। इसके पीछे विशेष रूप से जबलपुर से बुलाए गए तहलका नगाड़ा की आवाज लोगों का ध्यान खींच रही थी। मुख्य आकर्षण राक्षसी सेना द्वारा मुंह से आग का गोला निकालना रहा। रावण की शक्ति का अहसास कराते हुए उनके सैनिकों द्वारा किया जा रहा यह करतब सबको खूब भाया। जबकि चांदी के हौदे पर सवार लंका के अधिपति महाराज रावण प्रजा का अभिवादन स्वीकार करते हुए चल रहे थे। रानी मंदोदरी मोररूपी चांदी के रथ पर विराजमान थीं। चांदी के रथ पर लंकापति के भाई कुंभकर्ण, विभीषण और बेटे मेघनाद चल रहे थे। वहीं शोभायात्रा में रावण द्वारा शिव तपस्या, राज दरबार में अंगद, तपस्या के बाद मिले दस शीश का वरदान पर आधारित झांकियों का शानदार प्रदर्शन हुआ। शोभायात्रा में रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गोपालबाबू जायसवाल, दशहरा प्रबंधक राकेश चौरसिया, सुधीर कुमार गुप्त, मंत्री मयंक अग्रवाल, विनोद कुमार गुप्त, महेश चन्द्र गुप्त, शंकरलाल चौरसिया, गया प्रसाद, राकेश जयसवाल, दिलीप चौरसिया, राकेश श्रीवास्तव, सुजीत तिवारी आदि मौजूद रहे।