खोजे नहीं मिल रहीं अल्पसंख्यक छात्राएं
- विभाग दे रहा निर्देश पर निर्देश जासं, इलाहाबाद: शिक्षण सत्र शुरू हुए चार माह बीत चुके हैं। बावज
- विभाग दे रहा निर्देश पर निर्देश
जासं, इलाहाबाद: शिक्षण सत्र शुरू हुए चार माह बीत चुके हैं। बावजूद कई ब्लाक की कस्तूरबा स्कूलों को अल्पसंख्यक छात्राएं खोजे नहीं मिल रही हैं। ऐसे स्कूल प्रशासन हलाकान है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी अल्पसंख्यक समुदाय की सीटें भरने के लिए अधीनस्थों को लगातार निर्देश दे रहे हैं।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राओं के लिए बीस प्रतिशत कोटा निर्धारित है। जनपद में संचालित बीस कस्तूरबा स्कूलों में 95 सीटें रिक्त हैं। यह स्थिति तब है जब शिक्षण सत्र शुरू हुए चार माह बीत चुके हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार विकास खंड चाका कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सात सीटें रिक्त, बहादुर ब्लाक में छह, सोरांव में तीन, करछना विकास खंड में 17, मांडा में 12, मेजा में 15, होलागढ़ में 15, कोरांव विकास खंड में 11 व जसरा ब्लाक में 17 अल्पसंख्यक बालिकाओं की सीटें रिक्त हैं।
अल्पसंख्यक समुदाय की बालिकाओं को विकास की ओर उन्मुख करने के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। अधिक से अधिक बालिकाओं का पंजीकरण हो। इसके लिए 20 प्रतिशत कोटा आवंटित कर दिया गया है, ताकि बालिकाओं को प्रवेश लेने में कोई परेशानी न हो। मालूम हो कि 20 ब्लाकों में संचालित आवासीय विद्यालय में दो हजार छात्राओं के प्रवेश की क्षमता है। अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राओं का प्रवेश नहीं होने से इन स्कूलों में बालिकाओं की संख्या 1,905 है।
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा अर्जुन सिंह ने बताया कि प्रत्येक विकास खंड के बीईओ व आवासीय विद्यालय की वार्डेन को बच्चों की संख्या बढ़ाने के निर्देश बीएसए द्वारा दिए जा चुके हैं। नवोदित बालिकाओं के प्रवेश की सूची जल्द से जल्द देने को कहा गया है। ताकि कितनी सीटों पर प्रवेश हुआ इसकी जानकारी शासन को भेजी जा सके।