अमेरिका में चमका छोरा गंगा किनारे वाला
हिमांशु मिश्र, इलाहाबाद : उम्मीदों पर खरे उतरे हैं संगम नगरी के जाबांज रमाकांत। उन्होंने अमेरिका के
हिमांशु मिश्र, इलाहाबाद : उम्मीदों पर खरे उतरे हैं संगम नगरी के जाबांज रमाकांत। उन्होंने अमेरिका के वर्जीनिया में बिखेर दी है गंगा-यमुना की माटी की चमक। यहां चल रही वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स-2015 (फेयरफैक्स) में नैनी निवासी इस सीआइएसएफ जवान ने कमाल किया है। चार सौ मीटर पगबाधा दौड़ में स्वर्ण और ऊंची कूद में रजत जीत उन्होंने न केवल प्रयाग, बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाया है।
नैनी स्थित दूरवाणी नगर के रमाकांत विश्वकर्मा वर्तमान में सीआइएसएफ जवान के रूप में भोपाल में तैनात हैं। मांडा पयागपुर सोवरी मेजा के मूल निवासी स्वर्गीय जयराम विश्वकर्मा के पांच बच्चों में सबसे छोटे रमाकांत ने अमेरिका के वर्जीनिया स्थित जार्ज मैसून स्टेडियम, यूनिवर्सिटी ड्राइव में गुरुवार को हुई 400 मीटर पगबाधा दौड़ मात्र 56.030 सेकेंड में पूरी कर स्वर्ण पदक जीत लिया। निकटतम प्रतिद्वंदी रहे चीन के हांगकांग पुलिस में कार्यरत वाई हो एलेक्स फैन। उन्होंने यह दौड़ 57.410 सेकेंड में पूरी की। तीसरे नंबर पर भारत के ही गिरीश रामचंद्रन ने एक मिनट 80 सेकेंड में यह दौड़ पूरी की। रमाकांत ने ऊंची कूद में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। वह स्वर्ण जीतने से जरूर चूक गए, लेकिन 1.80 मीटर ऊंची कूद में लगाकर रजत पदक अपने नाम कर लिया। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक इजरायल व कांस्य अमेरिकी प्रतिभागी को मिला। रमाकांत वर्ल्ड पुलिस स्पोर्ट्स में प्रतिभाग करने वाले पहले इलाहाबादी हैं। इससे पूर्व रमाकांत ने ऑल इंडिया पुलिस गेम्स 2007, 2014 में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। वर्ष 2008 और 2010 में उन्हें रजत पदक मिला था।
अभी और भी उम्मीद: रमाकांत को अभी 110 मीटर पगबाधा, 200 मीटर पगबाधा, 400 और 100 मीटर रिले रेस में हिस्सा लेना है। परिवार वालों को उम्मीद है कि उनका चमकदार प्रदर्शन जारी रहेगा तथा कुछ और पदक भारत के हिस्से में आ जाएंगे।