प्रयाग में दो व प्रदेश में आठ विश्वविद्यालय फर्जी
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : प्रदेश के प्रमुख शिक्षा केंद्र के रूप में प्रसिद्ध इलाहाबाद में दो फर्जी
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : प्रदेश के प्रमुख शिक्षा केंद्र के रूप में प्रसिद्ध इलाहाबाद में दो फर्जी विश्वविद्यालय संचालित हो रहे हैं। प्रदेश भर में आठ ऐसे विश्वविद्यालय हैं जो पूरी तरह से फर्जी हैं, फिर भी उनकी शिक्षा की दुकानें संचालित हो रही हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले दिन ही फर्जी विश्वविद्यालयों की पूरी सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।
इसमें आठ फर्जी विश्वविद्यालयों के साथ नंबर एक पर उत्तर प्रदेश ही है, जबकि दिल्ली छह विश्वविद्यालयों के साथ दूसरे नंबर पर है। इसके अलावा बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में एक-एक विश्वविद्यालय को फर्जी करार दिया गया है। उत्तर प्रदेश में महिला ग्राम विद्यापीठ विश्वविद्यालय (वीमेंस यूनिवर्सिटी) प्रयाग इलाहाबाद, गांधी ¨हदी विद्यापीठ प्रयाग, इलाहाबाद, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी, कानपुर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी) अचलताल, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय कोसीकलां मथुरा, महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय प्रतापगढ़, इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद इंस्टीट्यूशनल एरिया खोड़ा माकनपुर नोएडा फेज सेकेंड व गुरुकुल विश्वविद्यालय वृंदावन मथुरा को फर्जी घोषित किया गया है। यूजीसी के सचिव प्रो. डा. जसपाल सिंह संधू ने छात्रों को उक्त विश्वविद्यालयों में प्रवेश न लेने के लिए आगाह किया है, क्योंकि इन्हें कहीं से भी मान्यता नहीं है। यह सभी स्वयंभू संस्थान हैं।