एडवांस देना होगा घर से कूड़ा उठवाई
जासं, इलाहाबाद : घर-घर कूड़ा उठाने के एवज में यूजर चार्ज के रूप में शहरियों की जेब ढीली करने की मंजूर
जासं, इलाहाबाद : घर-घर कूड़ा उठाने के एवज में यूजर चार्ज के रूप में शहरियों की जेब ढीली करने की मंजूरी नगर निगम प्रशासन को मिल गई। लेकिन शायद इसकी स्वीकृति के समय निगम प्रशासन द्वारा तैयार कराए गए घर-घर कूड़ा संग्रहण प्रस्ताव पर सोमवार को सदन की पैनी नजर नहीं पड़ी। अन्यथा एजेंसी को उपभोक्ता शुल्क (यूजर चार्ज) को त्रैमासिक रूप से अग्रिम वसूलने का अधिकार इतनी आसानी से नहीं मिल पाता।
नगर निगम ने हरी भरी रिसाइकिल प्राइवेट लिमिटेड को डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया है। भले निगम प्रशासन ने एजेंसी को छह महीने तक एक भी पैसे न देने के लिए कहा है। लेकिन एजेंसी के लिए जिन कार्यो का निर्धारण नगर निगम ने किया है, उसमें त्रैमासिक रूप से एडवांस यूजर चार्ज की वसूली भी शामिल है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब एजेंसी उपभोक्ताओं से पहले यूजर चार्ज ले लेगी तो घरों में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन डिवाइस (आरएफआइडी) टैग लगाने का क्या औचित्य होगा। इस डिवाइस को घरों में लगवाने का उद्देश्य यह है कि महीने में जितने दिन कूड़ा उठेगा, उतने दिन के हिसाब से ही उपभोक्ताओं से यूजर चार्ज वसूल किया जाएगा। ठोस और गीले कूड़े अलग रखने पर भी यूजर चार्ज में कुछ छूट देने की भी बात नगर आयुक्त देवेंद्र कुमार पांडेय ने कही थी। पहले चरण में एजेंसी को घर-घर कूड़ा उठाने और दूसरे चरण में शहर के डंपिंग स्थलों से कूड़ा उठाकर बसवार स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट ले जाने की जिम्मेदारी होगी। तीसरे चरण में एकत्र कूड़े से बिजली बनाने का कार्य करना है। महापौर अभिलाषा गुप्ता का कहना है कि अभी एजेंसी से करार नहीं हुआ है। करार होते समय प्रस्ताव में संशोधन कराया जाएगा। अग्रिम वसूली को मंजूरी नहीं दी जाएगी।