पावर कारपोरेशन ने बंद किए सात निर्माण खंड
जासं, इलाहाबाद : पॉवर कारपोरेशन ने सात जिलों में खोले गए निर्माण खंडों (इकाइयों) को बंद कर दिया है।
जासं, इलाहाबाद : पॉवर कारपोरेशन ने सात जिलों में खोले गए निर्माण खंडों (इकाइयों) को बंद कर दिया है। इन खंडों में कार्यरत कर्मचारियों को दूसरे खंडों में समायोजित किया जा रहा है। इस संबंध में कारपोरेशन ने आदेश भी जारी कर दिया है।
वर्ष 2016 से शहरी क्षेत्रों को 24 और ग्रामीण इलाकों को 18 से 20 घंटे बिजली आपूर्ति की घोषणा प्रदेश सरकार ने की है। इसके लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नए बिजली घर और नयी लाइन बिछाने का कार्य भी होना है। कार्यो की निगरानी और उसमें तेजी लाने के मकसद से पॉवर कारपोरेशन ने जुलाई 2014 में सूबे के सात जिलों इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, आगरा, मेरठ, शाहजहांपुर और सहारनपुर में अलग से निर्माण खंड बना दिए। प्रत्येक खंडों में अलग से एक अधिशासी अभियंता, दो-तीन एसडीओ और पांच-छह जेई भी तैनात किए गए। उम्मीद थी कि तेजी से विकास होगा तो कई नए प्रोजेक्ट आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। जो कार्य इस निर्माण खंड के पास थे, वह भी अन्य निर्माण खंडों में बंट गए। ऐसे में कारपोरेशन को इस निर्माण खंड की खास उपयोगिता नहीं साबित होती प्रतीत हो रही थी। ऐसे में कारपोरेशन ने इसी महीने सभी निर्माण खंडों को बंद करने का निर्णय लिया।