आभिभावकों ने डीएम को सुनाई पीड़ा
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : प्रशासन के कड़े निर्देश के बावजूद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों से फीस वृद्ध
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : प्रशासन के कड़े निर्देश के बावजूद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों से फीस वृद्धि वापस न होने पर अभिभावकों में नाराजगी व्याप्त है। इसके मद्देनजर अभिभावकों का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को जिलाधिकारी से मिला। उन्हें प्रशासनिक आदेश की अवहेलना की शिकायत करते हुए उचित कदम उठाने की मांग की। उधर, जिला विद्यालय निरीक्षक का कहना है कि अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों की मनमानी वसूली के खिलाफ जांच कराई जा रही है, रिपोर्ट में नियम-कानून की अनदेखी पायी गई तो संबंधित प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीबीएसई व आइसीएसई विद्यालयों में 20 से 50 प्रतिशत तक फीस वृद्धि की बात सामने आ रही है। साथ ही मनमाने दाम पर किताबें, कापियां, यूनीफार्म, जूता, मोजा आदि बेचा जा रहा है। इसके चलते अभिभावकों का आर्थिक बोझ काफी बढ़ गया। विरोध करने पर बच्चे का नाम काटने की धमकी दी जाती है। जिलाधिकारी भवनाथ सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विद्यालय प्रबंधन को मनमानी फीस वृद्धि को वापस लेकर यूनीफार्म, किताब व कापियों को मानक से अधिक बेचने पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया। यहां तक कि आदेश न मानने वाले विद्यालय की मान्यता रद करने का कड़ा आदेश दिया गया था। डीएम ने नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट एवं उप जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी को विद्यालयों का भ्रमण कर पूरी स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने होली ट्रिनिटी, सेंट जोसफ, सेंट मैरी, ब्वायज हाईस्कूल एंड कालेज, गर्ल्स हाईस्कूल एंड कालेज, डीपी पब्लिक स्कूल, एसएमसी, एमपीवीएम सहित जिले के 40 विद्यालयों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है। परंतु विद्यालय प्रबंधन पर उसका असर नजर नहीं आ रहा। फीस वृद्धि वापस न होने पर सेंट्रल एकेडमी स्कूल झूंसी में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी से मिलकर बताया कि उन्हें फीस वृद्धि का पैसा वापस नहीं मिला न ही किताब-कापियों के नाम पर वसूली रुकी। अभिभावक एकता समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय गुप्त के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने वास्तविक स्थिति से अवगत कराया। कहा कि सिविल लाइंस में स्थित अधिकतर विद्यालयों में अभी भी किताब, कापी व यूनीफार्म बेचा जा रहा है। जबकि कुछ दुकानदारों से सांठगांठ करके अभिभावकों से वहीं खरीदारी करने का दबाव बना रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में अतुल तिवारी, रामप्रसाद, आरती, आशा, अतुल खन्ना, बृजेश शामिल रहे।