फसल खराब होने पर किसान ने फांसी लगाकर जान दी
बहरिया, इलाहाबाद : फसल की बर्बादी से किसानों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। किसी की सदमे से मौत ह
बहरिया, इलाहाबाद : फसल की बर्बादी से किसानों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। किसी की सदमे से मौत हो रही है तो कोई आत्महत्या कर रहा है। इसी कड़ी में बहरिया थाना क्षेत्र के के यासीनपुर उर्फ करनाईपुर निवासी प्यारे लाल (38) वर्ष पुत्र स्व. बद्री प्रसाद ने शुक्रवार को दिन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। फसल बर्बाद होने और मई में पुत्री की शादी को लेकर वह चिंतित था। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
यासीनपुर उर्फ करनाईपुर गांव निवासी प्यारे लाल के पास तीन बिस्वा खेत है, जबकि तीन बीघा खेत उसने अधिया पर ले रखा था। खेत में उसने गेहूं की फसल बोई थी। किंतु, आंधी और बारिश से पूरी फसल चौपट हो गई। सालभर लोग क्या खाएंगे इसकी चिंता ऊपर से 22 मई को उसकी पुत्री सीमा की शादी भी थी। लोगों का कहना है कि फसल बर्बाद होने और पुत्री की शादी में होने वाले खर्च से वह काफी चिंतित था। उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करे। परिवार का पेट भरने के लिए एक-एक दाने के लाले पड़ गए थे। शुक्रवार सुबह वह करनाईपुर तिराहे पर किसी काम से गया था। वहां से करीब 11 बजे दिन में वह घर लौटा और सीधे अपने कमरे में चला गया। दरवाजा बंद कर उसने छत के चूल्ले में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कुछ देर बाद परिजनों ने उसे आवाज दी, लेकिन कोई आहट नहीं मिली। परिजनों ने खिड़की से कमरे में झांका तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पाकर प्रधान वीरेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और जानकारी पुलिस को दी। इंस्पेक्टर अब्दुल सत्तार घटनास्थल पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक के भाई बिहारी लाल ने पुलिस को तहरीर देकर कहा कि फसल के बर्बाद होने और पुत्री की शादी की चिंता में प्यारे लाल ने फांसी लगाकर जान दी है। प्रधान वीरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि फसल बर्बाद होने के बाद से वह पुत्री सीमा की शादी को लेकर परेशान था। इस संबंध में इंस्पेक्टर अब्दुल सत्तार का कहना है कि मृतक के भाई बिहारी लाल ने जो तहरीर दी है उसमें फसल की बर्बादी से आर्थिक तंगी की बात कही गई है। मामले की जांच की जा रही है। एसडीएम फूलपुर टीके शेबू से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।