सीता संग विराजे श्रीराम, दर्शक हुए विभोर
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : चकाचौंध करने वाली विद्युत सजावट। विमुग्धकारी, स्वप्निल मंच। स्वर्ण-रजत न
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : चकाचौंध करने वाली विद्युत सजावट। विमुग्धकारी, स्वप्निल मंच। स्वर्ण-रजत निर्मित सिंहासन पर 51 वेदज्ञ ब्राह्माणों के ऋचाओं के पाठ के बीच मर्यादा पुरुषोत्तम पत्नी सीता व भाइयों संग विराजमान हुए तो हजारों श्रद्धालु अह्लादित हो उठे। खुशी ऐसी जिसे शब्दों में बयां करने में सभी असमर्थ। मौका था श्रीपथरचट्टी रामलीला कमेटी के श्रीराम राज्याभिषेक का। शनिवार की शाम सेवा समिति विद्या मंदिर इंटर कालेज प्रांगण रामबाग में आयोजित भव्य समारोह को प्रख्यात पाश्र्र्व गायक शंकर महादेवन ने इसे सुरों से सजाया। 'जय गणनायक सिद्धि विनायक' से शुरुआत की। इसके बाद 'नमो देवैय महादेवैय, जय राम सिया राम, सुनो गौर से दुनिया वालों' आदि गीतों से सबको थिरकने पर मजबूर कर दिया।
वहीं आकर्षक वेषभूषा में सजे कलाकारों ने रांची का पुरुलिया नृत्य की मोहक प्रस्तुति कर सबको जोश में भर दिया। यशीता शर्मा के सुमधुर कंठ से निकले सुरों से वातावरण में मिठास घुल गई, इनका साथ दिया पाश्र्र्व गायक रमन ने। इसके पहले मुकेश पाठक के मंत्रोच्चार के बीच न्यायमूर्ति उमाशंकर त्रिपाठी, अध्यक्ष कपिलमुनि करवरिया ने भगवान का पूजन किया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति राजेश अग्रवाल, सांसद श्यामा चरण गुप्त, एनसीआर के सीपीआरओ विजय कुमार ने भगवान श्रीराम के आदर्शो को अपनाने पर जोर दिया। महामंत्री आनंद सिंह ने कमेटी के कार्यो का विवरण व संचालन प्रवक्ता लल्लूलाल गुप्त 'सौरभ' ने किया। व्यवस्था धर्मेद्र कुमार, राकेश सिन्हा, सुधीर शर्मा, राजीव गुप्त 'बिट्टू', इच्छित सिन्हा ने की। कार्यक्रम में सुरेशचंद्र अग्रवाल, सुशीलचंद्र गुप्त, कालूदादा, सतीशचंद्र केसरवानी, विष्णु अग्रवाल, कन्हैया लाल केसरवानी, संजय गौड़, सुधीर जैन, उमा लाल, राजेश मौजूद थे।
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कई मुहल्लों में हुआ प्रसारण
श्रीराम राज्याभिषेक अधिक लोग देख सकें इसके लिए कई मुहल्लों में उसका सजीव प्रसारण किया गया। इसके लिए हर जगह विशाल स्क्रीन लगाई गई, जहां रातभर भीड़ जुटी रही।
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सैकड़ों लोग बैरंग लौटे
सैकड़ों लोगों को श्रीराम राज्याभिषेक देखे बिना ही वापस लौटना पड़ा। पास न होने के कारण उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिला इससे वह निराश होकर लौट गए। कीडगंज के राकेश, दारागंज की सीमा, फाफामऊ के मोहनीश, झूंसी की कमला देवी, तेलियरगंज के मोहित सहित सैकड़ों लोगों को सुरक्षा गार्ड ने प्रवेश नहीं दिया।