'तेल का खेल' पकड़ेगी 'तीसरी आंख'
जासं, इलाहाबाद : लीडर रोड स्थित नगर निगम के केंद्रीय वर्कशाप में चल रहे 'तेल के खेल' पर अंकुश लगाने
जासं, इलाहाबाद : लीडर रोड स्थित नगर निगम के केंद्रीय वर्कशाप में चल रहे 'तेल के खेल' पर अंकुश लगाने के लिए निगम प्रशासन ने प्रभावी पहल का निर्णय लिया है। वर्कशाप में पेट्रोल व डीजल के पंपों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही ऐसे सॉफ्टवेयर को तैयार कराने का फैसला लिया गया है जिससे वहां से डीजल और पेट्रोल के निकलने पर सूचना एसएमएस माध्यम से अफसरों के मोबाइल पर पहुंचेगा।
नगर आयुक्त देवेंद्र पांडेय ने शनिवार को मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र और आइटी अफसर मणि शंकर त्रिपाठी को इस संबंध में आवश्यक निर्देश भी दिए। नगर निगम के केंद्रीय वर्कशाप में 'तेल का खेल' नया नहीं है। पूर्व में भी वहां पर घोटाले पकड़े जा चुके हैं। घोटाले पकड़ने वाले तत्कालीन एक-दो नगर आयुक्त भी रहे हैं। ये अलग बात है कि 'जिम्मेदारों' पर बड़ी कार्रवाई नहीं हो सकी जिससे 'खेल' पर कारगर नियंत्रण नहीं लग सका। हाल में यह मामला उच्च न्यायालय पहुंचा तो 'तेल के खेल' ने एक बार फिर तूल पकड़ा। जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी गई। लेकिन कमेटी को कोई खास गड़बड़ी जांच में नहीं मिली। हालांकि, भविष्य में 'तेल के खेल' पर नियंत्रण के लिए नगर आयुक्त ने वर्कशाप के दोनों पंपों (डीजल और पेट्रोल) के ठीक ऊपर एक-एक सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया है। दोनों सीसीटीवी कैमरों की कनेक्टिविटी उनके कक्ष में लगी टीवी स्क्रीन से होगी। ताकि किस समय किस वाहन में कितना पेट्रोल अथवा डीजल डाला जा रहा अथवा डाला गया। इसकी निगरानी हो सके। नगर आयुक्त ने अपने मोबाइल पर भी इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए कहा है कि उस पर भी वह वर्कशाप का हाल देख सकें। उधर, तैयार कराए जाने वाले नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त समेत सभी जोनल अफसरों के मोबाइल पर एसएमएस अलर्ट मैसेज देने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे उन्हें भी प्रत्येक रोज निकलने वाले डीजल-पेट्रोल की जानकारी होती रहे।