तो लाखों किसान सब्सिडी से होंगे वंचित
जासं, इलाहाबाद : पारदर्शिता की कमी से किसान पारदर्शी योजना खटाई में पड़ गई है। लगभग साढ़े पांच लाख कि
जासं, इलाहाबाद : पारदर्शिता की कमी से किसान पारदर्शी योजना खटाई में पड़ गई है। लगभग साढ़े पांच लाख किसानों में से अभी तक सिर्फ 25 हजार का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया है। एक अप्रैल से उन्हीं किसानों को सब्सिडी की सुविधा मिलेगी, जिनका रजिस्ट्रेशन होगा। यानी लाखों किसान इस सुविधा से वंचित रह जाएंगे।
गैस सब्सिडी की तरह अब किसानों को भी मिट्टी की जांच, कृषि यंत्रों, बीज, खाद व कृषि रक्षा रसायनों आदि पर ऑनलाइन सब्सिडी मिलेगी। इसके लिए शासन ने 'किसान पारदर्शी योजना' की शुरुआत की है। मंशा यही है कि ज्यादा से ज्यादा किसान इससे लाभान्वित हों। योजना को शुरू हुए एक महीने से ज्यादा बीत चुके हैं, बावजूद इसके अभी तक लगभग 25 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन ही हो पाया है। वह भी तब जब परेड मैदान पर लगे किसान मेले में भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया दोहराई गई। इसके पीछे रजिस्ट्रेशन का काम देख रही एजेंसी की कमी बताई जा रही है।
जनपद में किसानों की संख्या पांच लाख बयालीस हजार है। यानी अभी एक चौथाई किसान भी आवेदन नहीं कर पाए हैं। शेष बचे एक महीने में लाखों किसानों का रजिस्ट्रेशन कैसे हो पाएगा, यह सोचने वाली बात है। इसका खामियाजा भुगतेंगे किसान। जिला कृषि अधिकारी अतींद्र सिंह कहते हैं कि रजिस्ट्रेशन का कार्य काफी धीमा है। इसको लेकर एजेंसी के अधिकारियों से बात की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब एक ही विकल्प बचा है कि एजेंसी के लोग ग्राम पंचायत स्तर पर जाकर किसानों का रजिस्ट्रेशन करें जिससे कि वे सब्सिडी का लाभ पा सकें।