रोडवेज के गले की हड्डी बना वीटीएस
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा अपनी समस्त बसों में वीटीएस (व्
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा अपनी समस्त बसों में वीटीएस (व्हील ट्रैकिंग सिस्टम) लगाए जाने के आदेश दिए गए हैं। इलाहाबाद जोन में अभी तक 90 बसों में वीटीएस लगे हैं, जबकि 65 बसों में यह काम नहीं कर रहे हैं। इससे परिक्षेत्र के रोडवेज अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने चालक और परिचालकों की दादागिरी और मनमर्जी को खत्म करने के लिए रोडवेज के समस्त बसों में वीटीएस को लगाने के आदेश दिए हैं। सख्ती के बाद भी अभी तक समस्त बसों में यह सिस्टम नहीं लग पाए हैं जबकि मुख्यालय का स्पष्ट आदेश है कि बिना वीटीएस बसों का संचालन न किया जाए। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय ने प्रधान प्रबंधक को अवगत कराया है जिसमें कहा गया है कि 22 फरवरी तक 90 रोडवेज बसों में वीटीएस सिस्टम लगा दिए गए हैं, जबकि 65 में वह काम नहीं कर रहे।
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मनमानी पर लगी है रोक
बसों में वीटीएस लगने के बाद रोडवेज आरएम से लेकर एआरएम तक मोबाइल पर बस की लोकेशन देखते रहते हैं। इलाहाबाद परिक्षेत्र के सभी मार्गो पर जाने वाली बसों की मिनट-टू-मिनट संचालन ही नहीं, बिना स्टाप के रुकने और निर्धारित वक्त से अधिक समय तक रोके जाने तक की जानकारी अफसर जान लेते हैं। इससे बसों के समय से संचालन में काफी अंतर आया है। रास्ते में जाम लगने जैसे बहाने भी कम हुए हैं। इतना ही नहीं अनुबंधित बसों के संचालकों को दी जाने वाली राशि में भी कमी आई है लेकिन निजी कंपनी द्वारा मशीनों के रखरखाव में असहयोग से अफसरों की नींद उड़ हुई है। वीटीएस उनके गले की हड्डी साबित हो रहा है। इलाहाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक सुमन कुमार यादव बताते हैं कि इस मामले में कंपनी का रवैया टालमटोल वाला है। इससे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।