पैकफेड के पाच इंजीनियर बर्खास्त, चार निलंबित
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : एनआरएचएम के स्वास्थ्य उपकेंद्र निर्माण में हुए करोड़ों के घोटाले में सहका
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : एनआरएचएम के स्वास्थ्य उपकेंद्र निर्माण में हुए करोड़ों के घोटाले में सहकारिता विभाग की निर्माण एजेंसी पैकफेड (प्रादेशिक को-आपरेटिव कंस्ट्रक्शन फेडरेशन) के पाच इंजीनियर बर्खास्त कर दिए गए हैं जबकि चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया है। निर्माण कार्य में गोलमाल की शिकायत मिलने पर शासन ने इसकी जांच करायी थी। जांच में शिकायत सही मिलने पर नौ इंजीनियरों पर कार्रवाई कर दी गई।
एनआरएचएम के तहत वर्ष 2009-10 में इलाहाबाद में 174 स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाए जाने थे। टेंडर प्रक्रिया में एक स्वास्थ्य उपकेंद्र की लागत 8 लाख 19 हजार सुनिश्चित की गई थी। सहकारिता विभाग की निर्माण एजेंसी पैकफेड को इन स्वास्थ्य उपकेंद्रों के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया। निर्माण कार्य 2011 की शुरुआत में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन अब तक पूरा नहीं हो पाया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक 174 उपकेंद्र में से 124 का निर्माण कार्य पूरा हो गया लेकिन 50 उपकेंद्रों का काम अभी भी अधूरा पड़ा है, जबकि इनका पैसा खर्च कर दिया गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक चार केंद्र तो ऐसे थे जिनके लिए इलाहाबाद में जमीन ही नहीं उपलब्ध हो सकी। तत्कालीन पैकफेड के प्रोजेक्ट मैनेजर ने निर्माण दिखाकर उनका भी पैसा हजम कर लिया। इसी तरह जिले में आरकेवीवाई के तहत 15 गोदाम बनने थे। यह काम भी निर्माण एजेंसी पैकफेड को ही मिला। एक गोदाम के निर्माण के लिए 24 लाख धनराशि सुनिश्चित हुई थी। इनमें 11 गोदाम का तो किसी तरह निर्माण हो गया लेकिन चार का निर्माण अधर में पड़ गया। जो बने हैं, उनका स्तर भी बहुत खराब है। पैकफेड के तहत चल रहे निर्माण कार्य के बाबत पिछले चार साल से शिकायतें मिल रही थीं। प्रमुख सचिव (सहकारिता) शैलेश कृष्ण को भी कई शिकायतें मिलीं। आखिर प्रमुख सचिव को जनवरी माह में प्रबंध निदेशक पैकफेड पीएन सिंह यादव को जांच का निर्देश देना पड़ा। जाच में करोड़ों के घोटाले का मामला सामने आ गया। दैनिक जागरण से बातचीत में प्रबंध निदेशक पीएन सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में पैकफेड के चार जूनियर इंजीनियर आलोक पाडेय, अनुराग विजय सिंह राठौर, पुष्पराज सिंह व परीक्षित सिंह और सहायक इंजीनियर अनूप चंद्र पटेल को बर्खास्त कर दिया। इसके साथ ही इलाहाबाद के तत्कालीन प्रोजेक्ट मैनेजर और अधिशाषी अभियंता आरके मिश्रा, सहायक इंजीनियर केपी मौर्या, दो जूनियर इंजीनियर अमित श्रीवास्तव व महफूज अहमद को निलंबित कर दिया गया। साथ ही मौजूदा प्रोजेक्ट मैनेजर और सहायक इंजीनियर वाईबी सिंह पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है।