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माघ मेला--गंगा-यमुना में समाहित है संस्कृति : मंडलायुक्त

जासं, इलाहाबाद : पतित-पावनी गंगा, श्यामल यमुना को प्रदूषण मुक्त करने की आवाज बुलंद हुई। संगम की रेती

By Edited By: Published: Fri, 30 Jan 2015 06:46 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jan 2015 06:46 PM (IST)
माघ मेला--गंगा-यमुना में समाहित है संस्कृति : मंडलायुक्त

जासं, इलाहाबाद : पतित-पावनी गंगा, श्यामल यमुना को प्रदूषण मुक्त करने की आवाज बुलंद हुई। संगम की रेती पर ब्रज अकादमी द्वारा निकाली गई जनजागरूकता रैली में सैकड़ों छात्र-छात्राएं, शिक्षक एवं प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। सबने दोनों नदियों को अविरल-निर्मल बनाने की वकालत की।

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मंडलायुक्त बीके सिंह ने रैली को रवाना करते हुए कहा कि गंगा व यमुना भारतीय जनमानस की प्राणदायिनी हैं, हमारी संस्कृति, संस्कार व सभ्यता इनमें समाहित है। उच्च शिक्षा निदेशक महेंद्र राम ने गंगा व यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सार्थक प्रयास पर जोर दिया। कहा कि ब्रज अकादमी इस दिशा में सराहनीय काम कर रहा है। चंद्रविजय चतुर्वेदी ने ब्रज अकादमी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। महासचिव साध्वी डॉ. राकेश हरिप्रिया ने अतिथियों का स्वागत किया। रैली में श्रीराम यादव, डॉ. मंजू सिंह, डॉ. हरिश्चंद्र मालवीय, रामजी अग्रहरि, शेषमणि त्रिपाठी, प्रकाश दुबे, सुरेश नारायण, रामजी पांडेय सहित ईसीसी, प्रयाग महिला विद्यापीठ, कुलभास्कर आश्रम, महावीर प्रसाद त्रिपाठी महाविद्यालय, हेमवतीनंदन बहुगुणा महाविद्यालय नैनी आदि के छात्र-छात्राएं शामिल रहे।


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