..और दस प्रश्न तय करेंगे कांग्रेस की दशा-दिशा
जासं, इलाहाबाद : लोकसभा चुनाव के साथ ही कुछ प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में करारी हार झेलने के ब
जासं, इलाहाबाद : लोकसभा चुनाव के साथ ही कुछ प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद कांग्रेस हाईकमान गंभीर हुआ है। पार्टी को फिर से पटरी पर लाने के लिए हरसंभव प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। नई कार्ययोजना के तहत दस प्रश्न तैयार किए गए हैं, जिनके उत्तर ढूंढे जा रहे हैं। इसको लेकर पिछले दिनों लखनऊ में आयोजित बैठक में तमाम आला नेताओं ने शिरकत की। इसमें नेताओं को क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएल पूनिया को इलाहाबाद और प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है।
योजना को अमली जामा पहनाने की जिम्मेदारी प्रभारी महासचिव मकसूदन मिस्त्री को सौंपी गई है। लखनऊ में पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में प्रमोद तिवारी, डॉ. रीता बहुगुणा जोशी सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। बैठक में पार्टी की हार व आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। सभी नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इलाहाबाद और प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी पीएल पूनिया को दी गई। इसी सिलसिले श्री पूनिया आगामी 4 फरवरी को इलाहाबाद आ रहे हैं। यहां वह जिला व शहर के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ ही आम कार्यकर्ताओं से भी रूबरू होंगे। सबसे उक्त दस सवालों के जवाब पूछे जाएंगे। नेताओं का मानना है कि अलग अलग लोगों से बातचीत के आधार पर पार्टी की हार की असली वजह पता लग सकेगी। इसके बाद आगे से उसी दिशा में प्रयास किया जाएगा। कहा जा रहा है कि श्री पूनिया इलाहाबाद के अलावा प्रतापगढ़ भी जाएंगे। दोनों जिलों में नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत के आधार पर वह रिपोर्ट तैयार कर आलाकमान को सौपेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता किशोर वाष्र्णेय ने बताया कि पीएल पूनिया के आने से पार्टीजनों में नई ऊर्जा का संचार होगा। इसका परिणाम भी आगामी विधानसभा चुनाव में दिखायी देगा।