बदमाशों पर बरपेगा 'कोबरा' का कहर
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शहर में कहीं भी, कभी भी और किसी भी वारदात को अंजाम देने वाले शातिर बदमाश
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शहर में कहीं भी, कभी भी और किसी भी वारदात को अंजाम देने वाले शातिर बदमाशों पर अब 'कोबरा' का कहर बरपेगा। पुलिस के लिए चुनौती बने अपराधियों का अब बाइक सवार कोबरा और चार पहिया की डायल 100 पर तैनात होने वाले पुलिस के तेज तर्रार जवान सफाया करेंगे। छोटी या बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश आसानी से भागने में सफल नहीं हो सकेंगे। शहर की मॉडर्न पुलिस पूरी तरीके से दिल्ली के तर्ज पर काम करने को तैयार हो गई है। यानी एक कॉल या एसएमएस करते ही पुलिस हाजिर।
रविवार शाम पांच बजे अत्याधुनिक कंट्रोल रूम और 56 नई गाड़ियों का ट्रायल किया गया। इसमें 28 बाइक और 28 चार पहिया वाहन हैं। आइजी दलजीत सिंह चौधरी व एसएसपी दीपक कुमार ने हाइटेक सुविधाओं से लैस बाइक, स्कार्पियो, इनोवा व अन्य वाहनों को रवाना किया तो शहर के लोगों में सुरक्षा का भाव जाग उठा। एक साथ पुलिस के दर्जनों को वाहनों को देखते ही लोग अवाक रह गए। हकीकत पता चलते ही उन्हें लगा कि अब उनकी सुरक्षा बेहतर ढंग से हो सकेगी। ट्रायल के तहत वाहनों का काफिला शहर के म्योहाल, लोक सेवा आयोग, सुभाष चौराहा, हाईकोर्ट, कचहरी, आनंदभवन समेत अन्य चौराहों से गुजरा तो अपराधियों के हौसले पस्त हो गए और नागरिकों के मन में सुरक्षा का एहसास हुआ। हालांकि आधुनिक कंट्रोल रूम को औपचारिक मुख्यमंत्री को करना है, जो जनवरी के पहले सप्ताह में संभव है।
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ऐसे काम करेगा कंट्रोल रूम-
मॉडर्न कंट्रोल रूम में एक नहीं, बल्कि दस फोन लाइनें उपलब्ध हैं। जहां पहला फोन व्यस्त होने पर दूसरे और दूसरा व्यस्त होने पर तीसरे फोन पर स्वत: डायवर्ड हो जाएगा। यानी अब पुलिस कंट्रोल रूम का फोन कभी भी व्यस्त नहीं बताएगा। लोगों की शिकायत दर्ज करने के लिए दस महिला पुलिस कर्मियों की कॉल रिसीवर टीम लगाई गई है जो शिकायत को तुरंत कंप्यूटर पर टाइप करके डिस्पैचर को भेजेंगी। डिस्पैचर की पांच सदस्यीय टीम उस शिकायत को तत्काल उस इलाके में गश्त करने वाली डॉयल 100 और कोबरा को सूचित करेगी। कंट्रोल रूम के प्रभारी एडिशनल एसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के महज पांच मिनट के भीतर पुलिस घटना स्थल पर पहुंच जाएगी।
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हाईटेक सुविधाओं से है लैस -
तत्परता से 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम हाईटेक सुविधाओं से लैस है। प्रत्येक कोबरा बाइक को जीपीएस, वायरलेस और इसके जवानों को स्मार्ट फोन से लैस किया गया है। वहीं चार पहिया वाहनों पर टैबलेट, जीपीएस व कैमरे लगाए गए हैं। टैबलेट पर कंट्रोल से सूचनाएं आएंगी और भेजी जाएंगी। जरूरत पड़ने पर उससे मौके की फोटो भी खींचकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। शहर की सड़कों पर पेट्रोलिंग करने वाली टीम में पुरुष के साथ-साथ महिला सिपाहियों की तैनाती भी की गई है। कंट्रोल रूम के सीओ देवरंजन का कहना है कि कंट्रोल रूम की सभी टीमों को तीन दिनों तक बारीक ट्रेनिंग दी गई है। टीम हर तरह की गाड़ियों को शामिल किया गया है।
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चौराहों पर नजर, ई-चालान भी
शहर के दिल की धड़कन से लेकर भीड़-भाड़ व संवेदनशील इलाके पर नजर रखने के लिए पहले चरण में 37 चौराहों पर बेहतर गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों को सीधे कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। जहां से उन पर नजर रखी जाएगी। चौराहों की स्थिति देखने के लिए कंट्रोल रूम में छह एलसीटी टीवी है, जहां से नियम तोड़ने वाले, हादसा करने वाले और वारदात करने वाले वाहनों को चिंहित कर लिया जाएगा। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम में यातायात पुलिस की टीम को तैनात किया जाएगा, जो नियम तोड़ने वालों का ई-चालान करेगी। आईजी ने कंट्रोल रूम के सभी विभागों का निरीक्षण करते हुए सुधार के लिए अन्य दिशा-निर्देश दिए।