प्रयाग के विकास पर खर्च होगा एक बिलियन डॉलर
जासं,इलाहाबाद: प्रयाग को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक कदम और आगे बढ़ाय
जासं,इलाहाबाद: प्रयाग को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। संगम नगरी के विभिन्न सेक्टरों में विकास कार्यो और तकनीक के लिए अमेरिका एक बिलियन डॉलर (लगभग छह सौ करोड़ रुपये) खर्च करने को तैयार है। शहर की जरूरतों पर अफसरों संग मंथन के लिए शुक्रवार को अमेरिकी दूतावास का दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शहर में था। डीएम और नगर आयुक्त सहित कई अफसरों संग प्रतिनिधिमंडल की सर्किट हाउस में करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक के प्रथम चरण में अमेरिकी दूतावास के मिनिस्टर काउंसलर फॉर कामर्शियल अफेयर्स जॉन एम मैकसिन और सीनियर कामर्शियल स्पेशलिस्ट भावना विश्वकर्मा की तरफ से इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए ऊर्जा क्षेत्र, जलापूर्ति और सैनिटेशन, ट्रांसपोर्टेशन, सेफ्टी और सेक्यूरिटी एवं हेल्थकेयर पर वित्तीय एवं तकनीकी मदद देने की बात कही गई। प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय प्रशासन से उक्त बिंदुओं पर विकास का खाका और विजन डाक्यूमेंट तैयार कर जल्द उपलब्ध कराने को कहा। इस पर स्थानीय अधिकारियों ने विजन डॉक्यूमेंट तैयार होने में तीन महीने लगने की बात कहीं। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वह प्रयाग के विकास कार्यो पर एक बिलियन डॉलर (छह हजार करोड़) खर्च करने को तैयार हैं। बताया गया कि ज्यादातर विकास कार्य प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के तहत होगा। प्रतिनिधिमंडल ने प्रयाग में पहले से चल रही योजनाओं पर चर्चा की। विशेषकर इलाहाबाद विकास प्राधिकरण की रीवर फ्रंट डेवलपमेंट, नगर निगम का सिटी डेवलपमेंट प्लान और यूपीएसआइडीसी का इंड्रस्ट्रियल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर भी अफसरों के साथ विचार-विमर्श हुआ। अमेरिकी दूतावास की सीनियर कामर्शियल स्पेशलिस्ट भावना विश्वकर्मा ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ अरबन डेवलपमेंट के सहयोग से देश के तीन शहरों इलाहाबाद, अजमेर और विशाखापत्तनम को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। बैठक में डीएम भवनाथ सिंह, नगर आयुक्त आरपी सिंह, अपर नगर आयुक्त वंदना त्रिपाठी, मुख्य नगर नियोजक पीके सोलंकी एवं संयुक्त सचिव गुडाकेश शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।