हॉस्टल खाली कराने में अभी लगेगा वक्त
जासं, इलाहाबाद : विश्वविद्यालय में छात्रावासों में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा है। आए दिन छात्रों के स
जासं, इलाहाबाद : विश्वविद्यालय में छात्रावासों में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा है। आए दिन छात्रों के समूह अलग-अलग आंदोलन प्रदर्शन भी कर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अब तक छात्रावास खाली न होने का कारण अधीक्षकों की अनदेखी है। उन्होंने अब तक प्रशासन को अनधिकृत छात्रों की सूची ही नहीं सौंपी है। ऐसे में कार्रवाई शुरू होने में अभी और वक्त लगना तय माना जा रहा है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस समय सारी प्रक्रियाएं काफी विलंब से चल रही हैं। हालत यह है कि अब तक सभी छात्रों को छात्रावासों में प्रवेश नहीं मिल पाया है। ऐसे में छात्र आए दिन आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. जगदंबा सिंह ने बताया कि उन्होंने सभी अधीक्षकों से संबंधित हॉस्टल में रहने वाले अनधिकृत छात्रों की सूची मांगी है। अब तक किसी ने यह सूची नहीं दी है, जब तक वह नहीं मिलती कार्रवाई करना संभव नहीं है। बोले, नियम यह है कि सूची मिलने के बाद उसे प्राक्टर व अफसरों के पास भेजते हैं, ताकि हॉस्टल खाली कराने के लिए पुलिस बल का प्रबंध किया जा सके। प्रो. सिंह ने कहा कि अब अधीक्षकों को दोबारा पत्र भेजा जाएगा। वैसे उनके पास जो सूचनाएं आ रही हैं जो छात्र इस साल हॉस्टल पाने के लिए अर्ह हैं उनमें से अधिकांश को हॉस्टलों में प्रवेश मिल गया है, जो रह गए है, उन्हें जल्द दिला दिया जाएगा।
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जीएन झा का पेंच फिर फंसा
इलाहाबाद : विवि का जीएन झा छात्रावास का प्रकरण इस साल भी सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। हालत यह है कि पिछले साल जब टीम हॉस्टल खाली कराने पहुंची थी उसी समय वहां के अधीक्षक ने इस्तीफा दे दिया था। इससे टीम कार्रवाई करने के बजाय बैरंग लौट आई थी। इस बार भी जीएन झा के अधीक्षक ने अनधिकृत छात्रों की सूची देने से पहले ही त्यागपत्र दे दिया है।
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छात्रों ने बंद कराए विवि के काउंटर
इलाहाबाद : विवि में हॉस्टल न मिलने का मुद्दा तूल पकड़ रहा है। शुक्रवार को दर्जनों छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया और अधिष्ठाता छात्र कल्याण के ज्ञापन लेने से मना करने पर विश्वविद्यालय के सारे काउंटर बंद करा दिए। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि यदि अनदेखी जारी रही तो आंदोलन काफी उग्र होगा।
छात्रनेता कपिल यादव ने कहा कि इविवि में अराजकता चरम पर है छात्रों को फीस जमा करने के बावजूद हास्टल में कमरा नहीं मिल रहा है। इससे उनकी पढ़ाई चौपट हो रही है। इस संबंध में विवि के अफसर ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में यहां का शैक्षिक स्तर गिरना भी तय है। इस समस्या को लेकर छात्र डीएसडब्ल्यू को ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन दो घंटे तक वह ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो छात्रों ने विवि के सारे काउंटर बंद करा दिए और जमकर नारेबाजी की। ज्ञापन को कुलपति कार्यालय पर रिसीव कराकर अल्टीमेटम दिया कि जल्द ही हास्टल न दिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी विवि प्रशासन की होगी। यहां पर अनुराग राय, चंद्रजीत यादव, अनुभव उपाध्याय, शाश्वत सिंह, हरिनाम सिंह, आलोक सिंह, विमल मौर्या, प्रिंसू सिंह, अमर पाल, सत्येंद्र यादव आदि मौजूद थे।