बर्निग ट्रेन बनने से बची ज्ञानोदय एक्सप्रेस
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : आइआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन कारपोरेशन) की पूर्वोत्तर राज्
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : आइआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन कारपोरेशन) की पूर्वोत्तर राज्यों का पर्यटन कराने जा रही ज्ञानोदय एक्सप्रेस शुक्रवार को बर्निग ट्रेन बनने से बच गई। पैंट्री कार में रखे गए सिलिंडरों में लीकेज पर कर्मचारियों ने उसमें आग नहीं जलाई। इलाहाबाद जंक्शन पहुंचने पर सिलिंडरों को उतारा गया। साथ ही पैंट्री कार की सारी वाय¨रग काटी गई। ट्रेन में बैठे यात्रियों को आइआरसीटीसी की ओर से खाना दिया गया। उसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
शोधार्थियों को पूर्वोत्तर राज्यों की सभ्यता और संस्कृति की जानकारी देने के उद्देश्य से गुरुवार को दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से ज्ञानोदय एक्सप्रेस रवाना की गई। इस ट्रेन में दिल्ली विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध महाविद्यालयों के साढ़े आठ सौ विद्यार्थी बैठे थे। कानपुर से आगे बढ़ने के बाद पैंट्री कार के कर्मचारियों ने सिलिंडर खोला तो उन्हें उसमें लीकेज मिला। इस पर उन्होंने रसोई गैस में आग नहीं जलाई। गैस सिलिंडर लीकेज की सूचना कंट्रोलर और इलाहाबाद जंक्शन पर दी गई। ट्रेन शुक्रवार की दोपहर 01.05 बजे जंक्शन पर पहुंची। उसके पहुंचने पर स्टेशन अधीक्षक, सीनियर डीसीएम समेत तमाम अधिकारी पैंट्री कार की ओर पहुंचे। उन्होंने पैंट्री कार में रखे सभी 12 सिलिंडर उतरवा लिए। उसके बाद बोगी में लगे सभी पाइप काटकर साफ किये गए। साथ ही पैंट्री कार की सप्लाई भी काट दी गई। उधर आइआरसीटीसी ने पूर्वोत्तर की ओर जा रहे विद्यार्थियों के भोजन का प्रबंध किया। ट्रेन में उसकी सप्लाई की। इस कवायद में उक्त ट्रेन तकरीबन एक घंटे जंक्शन पर रुकी रही। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आरपीएफ और जीआरपी के जवान भी मौजूद रहे।
ज्ञातव्य है कि युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी), पर्यटन मंत्रालय व रेलवे ने यह योजना तैयार की है। इस विशेष ट्रेन के माध्यम से शोधार्थियों को भारतीय सभ्यता व संस्कृति के नजदीक से दर्शन कराया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली विवि के इन छात्रों को पूर्वोत्तर के विभिन्न अनछुए पहलुओं की जानकारी हासिल होगी। साथ ही आपसी भाईचारा भी बढ़ेगा।