'प्रयाग में एम्स नहीं लाना चाहती प्रदेश सरकार'
जासं, इलाहाबाद : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना है कि अखिल भारतीय आय
जासं, इलाहाबाद : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की प्रयाग में अहम जरूरत है, लेकिन प्रदेश की अखिलेश सरकार की यहां एम्स लाने में दिलचस्पी नहीं है। कहा कि दो वर्ष पहले एम्स के लिए हंडिया में 163 एकड़ असिंचित जमीन का प्रस्ताव तत्कालीन मंडलायुक्त देवेश चतुर्वेदी के जरिए सरकार को भेजा गया था। किंतु प्रदेश सरकार जमीन को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं कर सकी। भाजपा नेता बुधवार को सिविल लाइंस स्थित होटल विलास में स्थानीय पत्र प्रतिनिधियों से मुखातिब थे।
उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विकास समिति की पहली बैठक बुधवार को न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय के आवास पर हुई, जिसमें तीन बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। बताया कि बाबा सेवा संस्थान के जरिए हंडिया तहसील की जिस जमीन पर एम्स बनाने का प्रस्ताव दिया गया था, वह ग्राम समाज की है। केंद्र सरकार ने पूर्वाचल में एम्स के लिए बजट का प्रावधान किया है। ऐसा इलाहाबाद में जमीन तय नहीं होने के कारण सरकार को करना पड़ा। लेकिन एम्स को यहां लाने के लिए पूरा प्रयास है। इस सिलसिले में उन्होंने केंद्रीय चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात भी की है, जिसमें स्मार्ट सिटी की अवधारणा को भी रखा गया। स्मार्ट सिटी के लिए समाजवादी पार्टी को न उछलने की उन्होंने नसीहत दी। एक सवाल के जवाब में यह कहा कि एम्स के लिए जमीन तय होने पर फीता मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री ही काटेंगे। -----------
बौद्ध सर्किट को जापान से बड़ा बजट
राष्ट्रीय सचिव भाजपा ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से संगम को राष्ट्रीय स्तर पर लाने को भी इलाहाबाद विकास समिति की बुधवार की बैठक में मंथन हुआ। बताया कि जापान से बौद्ध सर्किट के लिए बड़ा बजट आ रहा है। बौद्ध सर्किट से इलाहाबाद व कौशांबी को भी जोड़ा जाएगा। इससे आधारभूत संरचना मसलन रेलवे और हवाई यातायात का विस्तार होगा व रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। बैठक में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो. गिरीशचंद्र त्रिपाठी, भाजपा जिला अध्यक्ष रामरक्षा द्विवेदी, महामंत्री राजेश पांडेय, महानगर के महामंत्री कमलेश गौतम, विदुप अग्रहरि आदि शामिल थे।