सूबे का पहला जीआइएस पॉवर हाउस जल्द
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शहर में एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के सामने अत्याधुनिक तकनीक से बनने वाला
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शहर में एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के सामने अत्याधुनिक तकनीक से बनने वाला गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन (जीआइएस) जल्द ही बनकर तैयार होगा। इस पॉवर हाउस के बनने से लगभग एक चौथाई शहर में बिजली की समस्या खत्म हो जाएगी। कुछ क्षेत्रों में कई वर्षो तक ओवरलोडिंग की समस्या भी नहीं होने पाएगी। इस सबस्टेशन पर आंधी-तूफान का भी खास असर नहीं पड़ेगा। अपनी तरह का सूबे का यह पहला उपकेंद्र होगा।
पुराने पॉवर हाउस के पीछे बनने वाले 126 एमबीए का जीआइएस सब स्टेशन हैदराबाद की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इस तकनीक से उपकेंद्र को बनाने की वजह पर्याप्त जमीन की अनुपलब्धता है। प्रोजेक्ट को पिछली सरकार में स्वीकृति मिली थी लेकिन कार्यदायी एजेंसी गुणगांव की सीजीएल द्वारा कार्य विलंब से शुरू किया गया। फिलहाल जल्द ही इसके पूरा होने की उम्मीद है। अधीक्षण अभियंता पारेषण पीएन उपाध्याय के अनुसार उपकेंद्र को 220 केवी विद्युत आपूर्ति कैंट और रीवां रोड से मिलेगी। बता दें कि पूर्व में एयर इंसुलेटेड सब स्टेशन (एआइएस) बनाए जाते रहे हैं जिनके लिए स्थान ज्यादा चाहिए होता था जितने क्षेत्रफल में एक एआइएस उपकेंद्र बनता है उतने ही क्षेत्रफल में तीन जीआइएस सबस्टेशन बन जाएगा।
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इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
ओल्ड पॉवर हाउस, खुशरोबाग, म्योहाल, सिविल लाइंस, करेली उपकेंद्रों को यहां से बिजली सप्लाई होगी। लिहाजा, इन सब स्टेशनों से जुड़े इलाकों में बिजली की आपूर्ति बेहतर होगी। मिंटो पार्क, तेलियरगंज और कैंट सब स्टेशनों से जुड़ने के कारण वर्षो तक ओवरलोडिंग की समस्या से निजात मिल जाएगी।
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उपकेंद्रों के लिए शहर के बीच में जगह नहीं मिल रही है। जीआइएस सबस्टेशन कम जगह में बन जाते हैं और सुविधाजनक भी हैं।
-आरके वर्मा अधिशासी अभियंता विद्युत (पारेषण)