युवा ही बनाएंगे विकसित भारत : डॉ. कलाम
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : दो दशक हो गया है युवाओं से मिलते, युवाओं से जुड़ते। इन वर्षो में लगभग 18
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : दो दशक हो गया है युवाओं से मिलते, युवाओं से जुड़ते। इन वर्षो में लगभग 18 करोड़ नौजवानों से तो मैं मिल ही चुका हूं। दावे के साथ कह सकता हूं, सभी ने बड़ा सपना देखा है। गरीब भारत को समृद्ध बनाने का, भ्रष्टाचार से मुक्ति का। महिला सशक्तीकरण का, स्वच्छ, पारदर्शी व 'गुड गवर्नेस' वाले भारत का। सामाजिक समरसता व सहिष्णुता का भी स्वप्न देखा है हमारे भावी कर्णधारों ने। एक बात और..किसी को हो या ना हो मुझे देश के युवाओं पर पूरा भरोसा है कि वे भारत को विश्व का अग्रणी देश अवश्य बनाएंगे। ये उद्गार भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के हैं। एसएस खन्ना गर्ल्स कॉलेज (सदनलाल सांवलदास खन्ना महिला कॉलेज) में शुक्रवार को 'सीधा संवाद' कार्यक्रम में वे छात्र-छात्राओं से मुखातिब थे। विद्यार्थियों से खचाखच भरे प्रेक्षागृह में 'विंग्स ऑफ फॉयर' के रचयिता ने युवाओं में इतना जोश भर दिया वे देश प्रेम में मगन हो गए। मिसाइल मैन ने युवाओं को जीवन में सफल होने के गुर भी बताए। बड़ा लक्ष्य, ज्ञान संग्रह, कठोर परिश्रम, अनुशासन और समर्पण के साथ आगे बढ़ने का जज्बा भरा। कहा कि सकारात्मक सोच के साथ हमें आगे बढ़ना चाहिए। देश की अधिकांश आबादी आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। कहीं बिजली नहीं तो कहीं पीने के पानी की दिक्कत। कहीं शिक्षा नहीं तो कहीं जागरूकता का अभाव। युवाओं को अपने लिए नहीं इन सभी के लिए जीना होगा।
इससे पहले एसएस गर्ल्स कॉलेज पहुंचने पर डा. कलाम का करतल ध्वनि से स्वागत किया गया। कैडेटों ने बैंड के धुन पर उन्हें सलामी दी। बाद में पूर्व राष्ट्रपति ने 'विज्ञान प्रदर्शनी' में कॉलेज की छात्राओं द्वारा निर्मित उपकरणों को भी देखा। छात्रों ने उनसे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय व समसामयिक विषयों के अतिरिक्त विज्ञान, राजनीति व प्रशासन से संबंधित प्रश्न भी पूछे। पूर्व राष्ट्रपति ने कुछ ऐसे भी उत्तर दिए जिसे सुनकर हॉल में ठहाके गूंजे।
विद्यार्थियों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अरुण टंडन, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी ने भी संबोधित किया। प्राचार्य डा. शिप्रा सान्याल, राजीव खन्ना, हरीश खन्ना, दिलीप मेहरोत्रा आदि उपस्थित थे। संचालन प्रज्ञा मिश्रा व कासिफा इतरत ने किया।
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पदक पाकर खिले चेहरे
इलाहाबाद : अपने आदर्श डा.कलाम के हाथों पदक व पुरस्कार पाकर छात्राओं की खुशी देखते ही बन रही थी। पदक पाने वाली छात्राओं में दीपिका श्रीवास्तव, विज्ञान संकाय (मधु टंडन स्वर्ण पदक), गौरांगना खन्ना, वाणिज्य संकाय (गायत्री राज नारायण स्वर्ण पदक), श्रेया त्रिपाठी, कला संकाय (मनोहर दास खन्ना स्वर्ण पदक), अपर्णा माथुर शर्मा, बीएड संकाय (अशोक मोहिले स्वर्ण पदक और दामोदर दास खन्ना प्रेसिडेंट स्वर्ण पदक), दीपिका श्रीवास्तव, जैव प्रौद्योगिकी (राम भूषण मेहरोत्रा स्वर्ण पदक) शामिल हैं।
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मिले तो लगा जहां मिल गया
इलाहाबाद : किसी ने फोटो देखा था तो किसी ने टेलीविजन पर। किसी ने सुना था तो किसी ने सुनाया था। अपने आदर्श, प्रणेता या यूं कहें अपने वास्तविक 'हीरो' डा. एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में। शुक्रवार की शाम उनसे मिलकर, सुनकर व कहकर मानों मुराद ही मिल गई छात्र-छात्राओं को। बहुतों ने उनका ऑटोग्राफ लिया, बहुतों ने उनके साथ फोटो खिंचवाई। इस मौके पर छात्र-छात्राएं बेहद प्रसन्न नजर आ रहे थे, मिसाइल मैन भी उन्हीं की भांति खुश नजर आए।