कब बदलेगा 'आधी दुनिया' के स्कूल का समय
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : 'वादे हैं वादों का क्या' शायद इसी जुमले का माध्यमिक शिक्षा परिषद पर असर
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : 'वादे हैं वादों का क्या' शायद इसी जुमले का माध्यमिक शिक्षा परिषद पर असर हो गया है। एक नहीं दो-दो बार घोषणा होने के बाद भी शासन ने अब तक स्कूलों का समय बदलने का आदेश जारी नहीं किया है। एलान आधी दुनिया यानी लड़कियों को समय से घर पहुंचाने के लिए हुआ है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की तर्ज पर ही प्राथमिक स्कूलों का समय भी बदला जाना है, वहां भी अब तक अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है।
प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने बीते 14 अक्टूबर को लखनऊ के निशातगंज के राजकीय इंटर कालेज के समारोह में एलान किया था कि माध्यमिक स्कूलों का समय जल्द ही बदला जाएगा। वहां पर पहले 9.50 से शाम 3.50 बजे तक स्कूल चलता रहा है इसे बदलकर अब सुबह नौ से ढाई बजे करने के निर्देश दिए गए। इसी समारोह में शिक्षा मंत्री ने शैक्षिक सत्र अप्रैल से करने का एलान किया था। शासन ने अगले ही दिन शैक्षिक सत्र बदलने के लिए शासनादेश जारी कर दिया, जबकि स्कूलों का समय बदलने का अब तक आदेश नहीं हो सका है। इसी बीच 20 अक्टूबर को फिर शिक्षा मंत्री ने लखनऊ के ही जुबली इंटर कालेज के कार्यक्रम में स्कूल बदलने का एलान किया, पर यह आदेश भी अब तक कागजों पर नहीं उतर सका है।
दरअसल स्कूल का समय बदले जाने का कारण बालिकाओं की शिक्षा है। सरकार का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शाम चार बजे स्कूल में छुट्टी होने के बाद दूरदराज की लड़कियों को घर पहुंचने में अंधेरा हो जाता है इससे उन्हें खतरा रहता है। समय बदलने पर वह आराम से सूर्यास्त के पहले ही घर पहुंच जाएंगी। आदेश जारी होने में लेटलतीफी के कारण ऐसा माना जा रहा है कि अब स्कूलों के खुलने व बंद होने का समय बदलाव का फरमान नए शैक्षिक सत्र से ही संभव होगा। हालांकि प्राथमिक स्कूलों में भी समय बदलने को लेकर मंथन चल रहा है। वहां पर भी स्कूल सुबह नौ से तीन बजे तक का समय किया जाना है। वैसे वहां भी आदेश अभी जारी नहीं हुआ है।
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'शासनादेश जारी होने का इंतजार है इसके बाद उसका पालन किया जाएगा'
कामता राम पाल, अपर सचिव प्रशासन माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद