स्पेशल ट्रेनों में भी बिचौलियों का खेल
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : तू डाल-डाल तो हम पात-पात वाली कहावत टिकटों के आरक्षण में सिद्ध हो रही है। रेलवे स्टेशनों पर स्थित आरक्षण केंद्रों की निगरानी बढ़ने के बाद बिचौलियों ने वेबसाइट पर निगाहें गड़ा दी हैं। रोजाना चलने वाली ट्रेनों के अलावा स्पेशल ट्रेनों में भी सीटों के आरक्षण में बिचौलियों ने खेल शुरू कर दिया है। इसका पता ऐसे चलता है कि ट्रेनों के वेबसाइट पर लोड होते ही अधिकतर सीटें कुछ घंटों पर बुक हो जा रही हैं।
आरक्षण काउंटरों पर बिचौलियों की सक्रियता पर रेलवे प्रशासन ने काफी हद तक पाबंदियां लगाई हैं। साथ ही आरपीएफ एवं जीआरपी द्वारा की जा रही निगरानी ने बिचौलियों को काउंटर पर आरक्षण कराने से दूर कर दिया है। सख्ती के चलते बिचौलियों ने अब आरक्षण कराने के लिए वेबसाइट की राह चुनी है। त्योहार के बाद छुट्टियों की गणना करके वह निर्धारित ट्रेनों में आरक्षण पहले ही करा लेते हैं। इसके चलते जब आम यात्री आरक्षण कराने काउंटर अथवा वेबसाइट पर पहुंचता है तब तक प्रमुख ट्रेनों में अमुक तिथि की सारी सीटें फुल हो जाती हैं। यात्री के हाथ आती हैं तो वेटिंग लिस्ट की सीटें। यही नहीं बिचौलिए त्योहार के मद्देनजर चलने वाली स्पेशल ट्रेनों पर भी निगाहें गड़ाए रहते हैं। इनको कब कोई ट्रेन आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर लोड होगी इसकी जानकारी रहती है। जैसे ही कोई स्पेशल ट्रेन वेबसाइट पर लोड की जाती है। उसमें सीटों का आरक्षण शुरू हो जाता है। कुछ ही घंटे में लगभग सीटें भर जाती हैं।
आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने इस पर लगाम लगाने का काफी प्रयास किया। लेकिन बिचौलिए उनसे काफी आगे निकल गए हैं। अगले माह 21 से 25 अक्टूबर तक पंच त्योहार पड़ रहा है। 26 अक्टूबर को रविवार है। इस दिन शहर वापस लौटने वालों की काफी भीड़ है। इसलिए इस तारीख को चलने वाली प्रमुख ट्रेनों में नो रूम हो चुका है। गैर लोकप्रिय ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट चल रही है। स्पेशल ट्रेनों की स्थिति भी इससे अलग नहीं है। दो दिन पूर्व घोषित पटना-अहमदाबाद ट्रेन में पंच पर्व के बाद आने वाली तिथियों में थर्ड एसी में सारी सीटें भर चुकी हैं। आसनसोल-आनंद विहार एवं सांत्रागाची-आनंद विहार स्पेशल ट्रेनों की भी यही स्थिति बनी हुई। सूत्रों की मानें तो बिचौलिए अलग-अलग नाम से आइडी बनाकर रखते हैं जिससे वे ट्रेनों में आरक्षण कराते हैं। एक आइडी बंद हो जाती है तो वह छद्म नाम से दूसरी आइडी बना लेते हैं। रेलवे के अफसर भी मानते हैं कि बिचौलियों पर अंकुश लगाने के लिए विभाग को काफी पापड़ बेलने पड़ेंगे।
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तीन स्पेशल वेबसाइट पर नहीं
रेलवे प्रशासन ने दो दिन पूर्व चार पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की थीं। इनमें दो ट्रेनें सूरत के लिए, एक ट्रेन अहमदाबाद के लिए जबकि एक ट्रेन लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए थीं। चारों ट्रेनें इलाहाबाद होकर जानी हैं। इनमें से अहमदाबाद वाली स्पेशल ट्रेन छोड़कर अन्य ट्रेनें मंगलवार की शाम तक वेबसाइट पर नहीं आईं हैं। इसके चलते लोगों को आरक्षण कराने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस विषय में रेलवे अफसरों का कहना है कि ट्रेन जिस जोन की होती है उसी जोन के अधिकारी लोड कराते हैं। शीघ्र ये ट्रेनें वेबसाइट पर आ जाएंगी।