प्रयाग की एक और बिटिया 'इंचियान' में बिखेरेगी चमक
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : लंबाई 6 फीट 3 इंच, उम्र-19 वर्ष, शिक्षा-स्नातक, सबल पक्ष- कभी हार न मानना, सपना-देश के लिए स्वर्ण पदक लाना। जी हां, यह संक्षिप्त परिचय है प्रयाग की 'बिटिया' प्रीति सिंह का। यहीं पली-बढ़ी व पढ़ी झूंसी की यह होनहार वॉलीबाल खिलाड़ी इंचियान एशियाड में भारतीय टीम की 'रीढ़' बनकर उभरी है। दक्षिण कोरिया के इंचियान जाने के कुछ ही घटे पहले वह दैनिक जागरण से मुखातिब थी। उत्साह से लबरेज प्रीति ने बताया कि जयपुर में लगे इंडिया कैंप में हमारी टीम ने मुख्य प्रशिक्षक आरपी टेलर की देखरेख में हाड़तोड़ अभ्यास किया है। पूरी उम्मीद है कि हम पदक प्राप्त कर देश का नाम रोशन करेंगे। वॉलीबाल की राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में पांच बार शिरकत कर चुकीं प्रीति 2012 में बैंकाक (थाईलैंड) में हुए जूनियर एशिया कप में भी अपना लोहा मनवा चुकी है। 12 सदस्यीय भारतीय टीम की यह होनहार खिलाड़ी सन 2011 से स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया(साई)में अभ्यासरत रही है। पिता लल्लन सिंह ने बताया कि उनकी बिटिया कक्षा नौ तक(सेंट मेरी कान्वेंट, इलाहाबाद) बॉस्केटबाल खेलती थी। बाद में अपने सहयोगियों की राय मानते हुए इसने वालीबाल खेलना शुरू किया और पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। कहा कि यह खेल ही उसका जीवन बन चुका है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर देश का नाम रोशन करने वाली प्रीति अभी हाल ही में रेलवे (सियाल्दह, कोलकाता) में पदस्थापित हुई है। अपनी बिटिया की कामयाबी पर मां किरण सिंह बेहद खुश हैं। एशियाड में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रीति तीसरी खिलाड़ी है। ताइक्वांडों में श्रेया सिंह तथा हॉकी में ऋतुषा आर्य प्रयाग की चमक बिखेरने को पहले ही इंचियान पहुंच गई हैं।