घर, गांव ही नहीं आश्रम से भी खदेड़ भगाया
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : कौंधियारा थानाक्षेत्र के ढोडरी गांव में दबंगई का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। अपने ही पट्टीदारों को एक शख्स ने पुलिस की मिलीभगत से उसे घर, गांव ही नहीं बल्कि आश्रम से भी खदेड़ भगाया। जान का खतरा और आवास का ठिकाना न मिलने से परेशान पीड़ित परिवार सोमवार को डीएम दफ्तर पर भूख हड़ताल बैठ गया। यहां प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत के बाद उन्होंने एसएसपी और डीआइजी से मामले की शिकायत की, लेकिन फौरी राहत नहीं मिल सकी है। इससे चलते वह रात को भी धरने पर बैठे रहे।
राजेश पांडेय अपनी पत्नी ममता, छोटे भाई उमेश भयाहू शशिकला और भतीजा सागर व भतीजी प्रिया के साथ गांव में मकान बनाकर रहते थे। आरोप है कि मकान को लेकर उनका चाचा से विवाद हो गया। इस पर चाचा ने पुलिस की मिलीभगत से उसे घर से निकलवा दिया फिर गांव से बाहर करा दिया। इतना ही नहीं जब वह एक आश्रम में शरण लिए हुए थे तो एक दिन चाचा पुलिस के साथ वहां भी आ धमके और सभी को जान से मरवाने की धमकी देते भगा दिया। इसके बाद वह बच्चों को लेकर एक स्कूल में पहुंच गए तो दबंग वहां भी पुलिस के साथ आए और मारपीट करते हुए स्कूल से खदेड़ बाहर किया। कई दिनों से परेशान पीड़ित परिवार के पास जब कोई रास्ता नब बचा तो वह सोमवार को जिलाधिकारी दफ्तर के सामने भूंखे प्यासे बच्चों और महिलाओं के साथ भूख हड़ताल पर भी बैठ गया। मौके पर पहुंचे एसडीएम सिटी ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाते हुए डीएम को जानकारी दी। फिर डीएम के निर्देश पर पीड़ित एसएसपी दीपक कुमार और डीआइजी भगवान स्वरूप से न्याय की गुहार लगाई। जिलाधिकारी पी गुरू प्रसाद ने संबंधित एसडीएम और एसएसपी ने एक दारोगा को मौके पर भेजकर मामले की जांच करने को कहा है, लेकिन उसके बाद भी पीड़ित घर नहीं पहुंच सका।
वर्जन-
मामले की शिकायत मिली है। जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
भगवान स्वरूप श्रीवास्तव, डीआइजी