विद्यालयों की दुर्दशा पर जागा प्रशासन
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की पटरी से उतरी पठन-पाठन व्यवस्था के खिलाफ दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान से आखिर प्रशासन व बेसिक शिक्षा विभाग की कुंभकर्णी नींद टूट ही गई। परिषदीय विद्यालयों की दयनीय स्थिति पर डीएम पी गुरुप्रसाद ने सोमवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार व स्वयंसेवी संस्था 'प्रथम' के पदाधिकारियों को तलब किया। डीएम ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि पठन पाठन का माहौल हर हाल में सुधारा जाय। बीएसए व प्रशासनिक अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण करके वास्तविकता का जायजा लेने का निर्देश दिया। चेतावनी भी दी गई कि सात दिन के अंदर स्थिति नहीं सुधरी तो संबंधित प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी के निर्देश के कुछ ही देर बाद विद्यालयों में पठन-पाठन, सफाई, शौचालय एवं विद्यालयों की मरम्मत के लिए बीएसए विभाग सक्रिय हो उठा। बीएसए राजकुमार ने प्रधानाध्यापकों को एक सप्ताह का समय दिया है। उन्होंने सख्त लहजे में प्रधानाध्यापकों से कहा कि काम में किसी प्रकार का व्यवधान न आए इसके लिए अनुरक्षण अनुदान के तहत जरूरत के अनुसार विद्यालयों को पांच से दस हजार रुपये जारी किए गए हैं। एक सप्ताह बाद वह स्वयं विद्यालयों का दौरा करेंगे, लापरवाही मिलने पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की दुर्दशा पर दैनिक जागरण 11 अगस्त से अभियान चला रहा है। इस दौरान अधिकतर विद्यालय बिजली, पानी विहीन मिले, हर जगह गंदगी का अंबार रहा, अधिकतर जगह शौचालय है ही नहीं, जहां हैं वह दुर्दशा का शिकार हैं। इसके मद्देनजर सोमवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार ने नगर क्षेत्र के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, इंचार्ज प्रधानाध्यापकों की बैठक बुलाई। उन्हें परिसर की सफाई, बिल्डिंग की मरम्मत, शौचालयों को सुधारने के साथ पठन-पाठन की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। एक सप्ताह बाद बीएसए स्वयं विद्यालयों का औचक निरीक्षण करेंगे, वहां किसी प्रकार की खामी मिलने पर शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।