संशोधित..प्रतियोगी छात्रों पर पुलिस ने फिर बरसाईं लाठियां
नोट:खबर के दूसरे पैरे से दिल्ली में एक छात्र की मौत की लाइन को हटाया गया है।
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जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : सीसैट को लेकर लोक सेवा आयोग का घेराव करने जा रहे छात्रों पर दूसरे दिन गुरुवार को भी लाठियां बरसीं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन से निकले छात्रों के जुलूस को हिंदू हॉस्टल चौराहे पर पुलिस ने रोक लिया। पुलिस और छात्रों के बीच जोर-आजमाइश शुरू हो गई। पुलिस से नाराज छात्रों ने वहीं पर रास्ता जाम करके नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह सहित दर्जन भर छात्रों को गिरफ्तार कर लिया और लाठीचार्ज करके छात्रों के हुजूम को तितर-बितर कर दिया।
बीते दिनों सीसैट के खिलाफ दिल्ली में आंदोलनरत छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में प्रतियोगी छात्रों ने आज भी आंदोलन जारी रखा। छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंककर नारेबाजी की। प्रतियोगियों ने विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर सभा की, इसके बाद छात्र जुलूस निकालकर लोक सेवा आयोग की ओर जाने लगे। इविवि छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह, अमरेंदु सिंह, शेष नारायण ओझा, सुनील मौर्य, रघुनंदन यादव, कौशल सिंह के नेतृत्व में छात्रों का हुजूम लक्ष्मी चौराहा, नेतराम चौराहा, मनमोहन पार्क होते हुए हिंदू हास्टल चौराहा पहुंचा तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर छात्र रास्ता जाम करते हुए धरने पर बैठ गए। वे तीन अगस्त को होने वाली पीसीएस प्री की परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ कर्नलगंज सहित अन्य अधिकारियों ने लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष व सचिव के शहर से बाहर होने की जानकारी देते हुए उनकी मांग पूरी करने में असमर्थता जताई। इस पर छात्रों का गुस्सा बढ़ गया और वे नारेबाजी करने लगे। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने बल प्रयोग करके कुलदीप सिंह, अमरेंद्र सिंह, शेष नारायण ओझा, सुनील मौर्य, रघुनंदन यादव समेत दर्जन भर छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। शेष छात्रों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करके खदेड़ दिया। एहतियात के तौर पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय और हॉस्टल के आसपास पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।