'घरवाले परेशान करते थे इसलिए भाग गए'
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : 'हमारे घरवाले पढ़ाई को लेकर अक्सर परेशान करते थे। फेल होने के बाद भी उसी स्कूल में दाखिला दिलाया जो हमें मंजूर नहीं था। इसका विरोध करते तो घरवाले हमारी बात नहीं मानते थे। इससे परेशान होकर हम लोग भागे थे।' सुरक्षित घर लौटी तीनों किशोरियों ने शुक्रवार की सुबह धूमनगंज पुलिस को कुछ ऐसा ही गोलमोल बयान दिया। हालांकि पहले वह बयान देने से भी मुकरती रहीं, लेकिन पुलिस ने समझाया तो अपनी बात कहने को तैयार हो गई। इस मामले में परिजनों ने लोकलाज के चलते रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई तो पुलिस ने हिरासत में लिए गए आरोपी कुंदन पाल को छोड़ दिया।
हालांकि पुलिस सूत्रों का यह कहना है कि गुरुवार की रात ही किशोरियों के परिजनों व आरोपियों के बीच समझौता हो गया था। वह कोई भी कार्रवाई के पक्ष में नहीं थे। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक छात्रा ने अपने ब्वॉय फ्रेंड के साथ सहेली के घर जाने की बात कही तो दो और भी तैयार हो गई जबकि चौथी सहेली घर से निकली जरूर पर वापस चली गईं।
केंद्रीय विद्यालय कैंट में 10वीं में पढ़ने वाली किशोरिया गुरुवार शाम तक घर नहीं पहुंचीं तो हड़कंप मच गया था। पुलिस टीम उनकी तलाश में लगी थी, तभी मिर्जापुर जीआरपी के जरिए सूचना मिली कि उन्हें बरामद कर लिया गया है। इसके बाद धूमनगंज के एसएसआइ दो सिपाहियों के साथ मिर्जापुर गए और तीनों किशोरियों के साथ देर रात वापस लौटे। धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर, मुंडेरा और अलका बिहार कॉलोनी की रहने वाली छात्राएं जब घर पहुंचीं तो परिजनों ने राहत की सांस ली।