कूड़ा अड्डा हटाने को छात्र बने 'वीरू'
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : अल्लापुर में हैजा अस्पताल परिसर से कूड़ा अड्डा हटवाने के लिए शुक्रवार को दो छात्र शोले फिल्म के 'वीरू' बन गए। दोनों अस्पताल परिसर में बने ओवरहेड टैंक पर चढ़ गए और कूड़ा अड्डा नहीं हटने पर टंकी से कूदकर जान देने की धमकी दी। पानी की टंकी पर छात्रों के चढ़ने की खबर होते ही सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। कुछ ही देर में एसडीएम सदर और सीओ नीति द्विवेदी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गई, दोनों छात्रों से नीचे उतरने को कहा गया लेकिन उनका कहना था कि तब तक नीचे नहीं उतरेंगे जब तक कूड़ा अड्डा हटाने का ठोस आश्वासन नहीं मिल जाता। तकरीबन एक घंटे की मशक्कत और कूड़ा अड्डा हटवाने के आश्वासन पर दोनों नीचे उतरे।
हैजा अस्पताल परिसर में बहुत पहले से कूड़ा अड्डा बना है। आसपास के क्षेत्रों का कूड़ा पहले वहां फेंका जाता था जिसको नियमित हटवा दिया जाता था लेकिन काफी समय से राजापुर के दो कूड़ा अड्डों को समाप्त कर वहां का कूड़ा भी हैजा अस्पताल में फेंका जा रहा है। इससे वहां कूड़े का अंबार लग गया है। बारिश के कारण कूड़ा सड़ने से आसपास के इलाके में बदबू फैलती है जिससे लोगों का सांस तक लेना दूभर हो जाता है। कूड़ा अड्डा हटाने के लिए नगर निगम में कई बार शिकायत के बावजूद नियमित रूप से कूड़ा नहीं उठता और कूड़ा अड्डा भी बरकरार रहा। इससे नाराज परिसर एवं जोनल कार्यालय के समीप रहने वाले कुछ लोग शुक्रवार को करीब साढ़े 11 बजे नगर निगम के जोनल कार्यालय में पहुंच गए। जुमे के आखिरी नमाज के चलते जोन कार्यालय बंद था। निगम की कार्यशैली से नाराज प्रशांत आर्य व नीरज सोनकर नामक छात्र अस्पताल परिसर स्थित ओवरहेड टैंक पर चढ़ गए और शोले फिल्म के वीरू की तर्ज पर चिल्लाने लगे कि 'अस्पताल परिसर से कूड़ा हटवाओ नहीं तो हम जान दे देंगे'। इसकी खबर फैलते ही वहां पर सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने दोनों छात्रों को उतर आने का बहुत आग्रह किया लेकिन वे कूड़ा अड्डा हटाने की मांग पूरी होने तक टंकी से न उतरने पर अड़े रहे। वे नगर निगम के अधिकारियों के मौके पर आने की भी मांग कर रहे थे। जानकारी होने पर एसडीएम सदर और सीओ, जार्जटाउन थाने की पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। अधिकारियों ने छात्रों से कहा कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी से बात हो गई है। कूड़ा हटाने के लिए सोमवार तक का समय मांगा है। सीएमपी के छात्र नेता गोलू सोनकर, दीपू सोनकर, भूपेन्द्र श्रीवास्तव ने भी छात्रों को समझाया जिसके बाद वे नीचे उतरने को तैयार हुए। यह हाई प्रोफाइल ड्रामा करीब एक घंटे तक चला। मौके पर मौजूद पार्षद शिवसेवक सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि सोमवार को मामले का निस्तारण न हुआ तो नगर स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।