सचिव पर भारी पड़ा अध्यक्ष का 'जुगाड़'
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : नियम-कानून ताक पर रखकर साक्षात्कार करा रहे चयन बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. आशाराम यादव का विरोध करना सचिव नीना श्रीवास्तव को भारी पड़ा। शासन ने उनकी जगह गाजीपुर के अपर जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का सचिव नियुक्त कर दिया। इससे एक बार फिर डॉ. आशाराम की शासन पर पकड़ साबित हो गई।
गौरतलब है कि चयन बोर्ड में कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. आशाराम यादव द्वारा प्रधानाचार्य पदों के लिए बिना साक्षात्कार के कॉल लेटर भेजा जाने लगा। सचिव नीना श्रीवास्तव व अपर सचिव सीएल चौरसिया ने उसका विरोध किया तो उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया। विवाद इतना बढ़ा कि चयन बोर्ड का बैंक खाता भी सीज हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने अध्यक्ष, सदस्य व अधिकारियों को लखनऊ तलब कर लिया। उन्होंने दोनों पक्षों से अलग-अलग वार्ता के बाद पूरे मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी। कुछ दिनों बाद प्रमुख सचिव मनोज सिंह ने सचिव चयन बोर्ड को वैधानिक प्रक्रिया का पालन करते हुए फिर से सारे साक्षात्कार आयोजित करने के आदेश दे दिए। परंतु कार्यवाहक अध्यक्ष ने उस पर भी गौर न करते हुए साक्षात्कार पहले की तरह जारी रखा। शिक्षक विधायक दल के नेता ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी ने सदन में मामले को पुरजोर तरीके से उठाया। इसके बाद हरकत में आयी सरकार ने सारे साक्षात्कार को रद कर दिया। इसके बाद चयन बोर्ड में नए अध्यक्ष की नियुक्ति की बात उठी, लेकिन उनकी जगह नये सचिव को भेज दिया गया। अब देखना है कि यह प्रकरण क्या मोड़ लेता है।