कब तैनात होंगे उप आबकारी निरीक्षक
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : आबकारी विभाग में अब तक उप आबकारी निरीक्षक के 339 पद सृजित नहीं हो सके हैं। जो उप आबकारी निरीक्षक हैं उनकी तैनाती चीनी मिलों में हैं जिससे विभाग को फायदा नहीं मिल रहा है। उप आबकारी निरीक्षकों की तैनाती न होने से जहां निरीक्षकों पर अत्यधिक भार पड़ रहा है वहीं विषाक्त कांड को रोकने और अवैध शराब की सप्लाई पर अंकुश लगाने में भी मुश्किल आ रही है। उप आबकारी निरीक्षक बनने की राह देख रहे विभाग के सिपाहियों और प्रधान सिपाहियों में इसको लेकर रोष पनप रहा है।
सूबे में आबकारी सिपाही के करीब 2100, प्रधान आबकारी सिपाही के 801 और 158 पद उप आबकारी निरीक्षक के हैं जिनकी तैनाती सिर्फ चीनी मिलों के लिए हैं। उनकी तैनाती से जिस तरह चीनी मिलों में आबकारी विभाग की कई दिक्कतें हल हुई हैं उसी तरह उम्मीद की जा रही है इनके सेक्टर और क्षेत्रों में तैनात होने से भी काफी लाभ मिल सकेगा। उप्र एक्साइज एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष शिव कुमार त्यागी और मंडल अध्यक्ष राजू कनौजिया मुख्य सचिव से मांग कर चुके हैं कि उप आबकारी निरीक्षक का पद बिना वित्तीय भार के सृजित किया जाना जरूरी हो गया है। क्योंकि वर्तमान में विभाग की स्थिति 1947 से पहले जैसी है। उनका यह भी कहना है कि प्रदेश में करीब 759 आबकारी निरीक्षक, 222 सहायक आबकारी आयुक्त, 35 उप आबकारी आयुक्त नौ संयुक्त आबकारी आयुक्त और एक अपर आबकारी आयुक्त का पद है। यह सभी पद पदोन्नति के हैं। ऐसे में उप आबकारी निरीक्षक का पद सृजित नहीं होने से प्रधान आबकारी सिपाहियों को पदोन्नति का मौका नहीं मिल सकता है। जबकि सिपाही, प्रधान सिपाही और उप आबकारी निरीक्षक का पद एक दूसरे के पूरक हैं।