प्रेमी-प्रेमिका ने जहर खाकर दी जान
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : हंडिया थानाक्षेत्र में बुधवार को एक प्रेमी और प्रेमिका ने जहर खाकर जान दे दी। दोनों रिश्ते में भाई-बहन लगते थे। उनकी खुदकुशी से दोनों घरों में कोहराम मच गया। हंडिया के बिलारी गांव निवासी धर्मराज का बेटा शनि कुमार (20) आइटीआइ की पढ़ाई कर रहा था। उसकी बुआ बलापुर गांव में रहती है। बुआ की बेटी पूनम (18) बीए की पढ़ाई कर रही थी। पढ़ाई के दौरान दोनों का कॉलेज के करीब मिलना जुलना और घर आना जाना लगा रहता था। इसी दौरान दोनों में प्रेम हो गया। उनके प्यार की जानकारी घरवालों को हुई तो मिलने से मना कर दिया फिर भी दोनों मिलते रहे। बुधवार शाम करीब पांच बजे हंडिया के बगहा ओवर ब्रिज के नीचे एक युवक और युवती अचेतावस्था में पड़े थे। राहगीरों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस के साथ ही युवक का पिता भी मौके पर पहुंच तो उसने अपना बेटा और बहन की बेटी को वहां पाया। दोनों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सीओ हंडिया देवरंजन का कहना है कि विषाक्त पदार्थ खाने वाले युवक-युवती के बीच काफी दिनों से प्रेम चल रहा था। दोनों रिश्ते में भाई-बहन लगते थे।
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युवक-युवती ने लगाई फांसी
इलाहाबाद : सरायममरेज और मीरगंज थानाक्षेत्र में मंगलवार को एक युवक और युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस पर इंस्पेक्टर से लेकर एसपी गंगापार तक जानकारी होने से इंकार करते रहे।
सरायममरेज थाना क्षेत्र के पतवां गांव निवासी रामजी पाण्डेय की बेटी झुनझुन मंगलवार रात घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर झूल गई। गांव में चर्चा है कि 20 अप्रैल को उसका तिलकोत्सव हुआ था और एक मई को शादी होने वाली थी। युवती की मौत के बाद परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी। इसी तरह जौनपुर जनपद के मीरगंज थाना क्षेत्र के असवां गांव निवासी आलोक मिश्र (22) जंघई के एक कॉलेज से बीए करने के बाद घर पर ही रहता था। मंगलवार दोपहर आलोक ने गौशाला में फांसी लगाकर जान दे दी। इनके घरवालों ने भी पुलिस को कोई खबर नहीं दी।