'नोटीफिकेशन' से पहले ही बिक गए 15 हजार फार्म
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : केंद्रीय दर्जा हासिल करने के बाद अकादमिक और प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर होने की बाट जोह रहा इलाहाबाद विश्वविद्यालय अव्यवस्था के नए नमूने पेश कर रहा है। ताजा मामला है इलाहाबाद विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू होने की आधिकारिक सूचना 'नोटीफिकेशन' जारी होने के संदर्भ में। इस बार नोटीफिकेशन जारी होने से पहले ही 15 हजार से ज्यादा फार्म प्रवेश भवन से बिक गए। वहीं लगभग छह हजार लोगों ने ऑनलाइन आवेदन पूरा कर लिया है। आम तौर पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से सप्ताह भर पहले समाचार पत्रों में 'नोटीफिकेशन' का प्रकाशन कराया जाता है।
मंगलवार को प्रमुख समाचार पत्रों में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने की आधिकारिक सूचना प्रकाशित करवाई गई। सूचना प्रकाशित होने से आम जनमानस को आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की पुख्ता जानकारी मिल जाती है। पांच अप्रैल को पांच वर्षीय विधि स्नातक, एमबीए, एमबीए आरडी आदि महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई। पांच वर्षीय विधि के लिए आठ अप्रैल से प्रवेश भवन से आवेदन फार्म मिलने लगे। नोटिफिकेशन न छपने के बावजूद समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों से मिली सूचना के आधार पर सैकड़ों ने ऑनलाइन आवेदन किया और इससे ज्यादा लोग प्रवेश भवन पर आवेदन फार्म लेने पहुंचे। स्नातक कक्षाओं के लिए प्रवेश प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू हुई। यूजीएटी के लिए 18 अप्रैल से प्रवेश भवन से फार्म बिकने शुरू हुए तो रोज तीन हजार से ज्यादा ही बिके। यह बिना नोटिफिकेशन के प्रकाशन के हुआ। मंगलवार को इविवि प्रशासन ने नोटिफिकेशन प्रकाशन की औपचारिकता निभाई, तब तक 25 हजार से ज्यादा ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन फार्म और पंजीकरण हो चुके थे।
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मंगलवार को बिके 2600 फार्म
प्रवेश समिति के निदेशक प्रो. जगदम्बा सिंह ने बताया कि मंगलवार को यूजीएटी के 26 सौ आवेदन पत्र बेचे गए। वहीं 16 सौ फार्म जमा भी हुए। पांच वर्षीय विधि स्नातक के लिए 100 व आइपीएस में 62 फार्म बिके।
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छह हजार ऑनलाइन आवेदन
ऑनलाइन आवेदन करने में भी अभ्यर्थियों ने खासा उत्साह दिखाया है। विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए लगभग छह हजार अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। 21 अप्रैल तक यूजीएटी में पांच हजार, पांच वर्षीय विधि स्नातक में पांच सौ, एमबीए में 253, एमबीएआरडी में 54 और आइपीएस में 172 आवेदन हुए हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए पंजीकरण कराने वालों की तादात 11 हजार पार कर गई है। काउंटर से बिके आवेदन पत्र और ऑनलाइन पंजीकरण व आवेदन लगभग बराबर ही है।