दस घंटे बाद भी खौफजदा रहे यात्री
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : नई दिल्ली से पुरी को जा रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में बुधवार रात गाजियाबाद के पहले आधा दर्जन सशस्त्र बदमाशों ने बी-4 कोच में घुसकर लूटपाट की। विरोध करने पर बदमाशों ने यात्रियों की पिटाई की। महिलाओं से अभद्रता भी की। दस घंटे बाद गुरुवार को सुबह 10 बजे ट्रेन के जंक्शन पहुंचने पर यात्रियों के चेहरे पर लूट का खौफ साफ दिखाई दे रहा था। यहां जीआरपी ने यात्रियों के बयान दर्ज किए।
यात्रियों के मुताबिक ट्रेन के बी-4 कोच में छह बदमाश दिल्ली से ही सवार हो गए थे। रात करीब 11 बजे गाजियाबाद में हिंडन पुल के समीप बदमाशों ने कोच अटेंडेंट अनुकूलचंद्र से स्लीपर डाउन करने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया। इस बीच, शौचालय से बाहर निकले यात्री नंद किशोर दूबे ने बदमाशों से स्लीपर डाउन करने का कारण पूछा तो वह शांत हो गए। कुछ देर बाद बदमाश हरकत में आए और हाथों में चाकू एवं तमंचे लहराते हुए कहा कि 'बोगी हाईजैक'। तमंचे और चाकू के बल पर उन्होंने बोगी में बैठे लगभग 65-70 यात्रियों से लूटपाट की। नई दिल्ली से मिर्जापुर जा रहे नंद किशोर से ढाई हजार रुपये, पुरुलिया जा रहीं महुआ चक्रवर्ती की सोने की चेन और बीस हजार रुपये, जमशेदपुर जा रहीं ज्योति पत्नी उमेश से सोने की चेन और आठ सौ रुपये, कटक जा रहे ऋषिकेश की पत्नी बनीता से चेन, पर्स, दो सेलफोन, चार हजार रुपये व अन्य सामान लूट लिए। नोएडा में फाइनेंस कंपनी में नौकरी करने वाले रवि की पत्नी रीना और दीपक गुप्ता की पत्नी मेघा की चेन छीन ली। प्राइवेट कंपनी में एकाउंटेंट ऋषिकेश को लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने कई थप्पड़ मारे, व्यवसायी उमेश को चाकू सटाकर पीटा। अटेंडेंट को मारा तो उसके कान का पर्दा फट गया। यात्रियों का कहना था कि करीब 15 से 20 लाख रुपये की लूट हुई।
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जीआरपी का रवैया गैर जिम्मेदाराना
पूरे मामले में जीआरपी का रवैया गैर जिम्मेदाराना रहा। ट्रेन में सुरक्षा को लेकर यात्री बेहद नाराज रहे। यात्रियों का कहना था कि पूरी ट्रेन में मात्र तीन सुरक्षा गार्ड थे। यात्रियों का कहना था कि घटना के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गाजियाबाद जीआरपी थाने गए तो रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। रिपोर्ट अलीगढ़ में लिखी गई।
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लेटकर बचाया बच्चे को
बदमाश महुआ के तीन महीने के बेटे मोक्छित को अपने कब्जे में लेने लगे तो उसने अपने बच्चे के ऊपर लेटकर उसे बचाया। भाई देव चक्रवर्ती ने विरोध किया तो बदमाशों ने उसे मारने को तमंचा तान लिया। उसने भागकर अपनी जान बचाई।
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चेन पुलिंग पर भी 'रिस्पांस' नहीं
यात्री रवि ने बताया कि लूटपाट होने पर शोर-शराबा मचा तो उसने चेन पुलिंग कर दी। बीच रास्ते चेन पुलिंग होने के बाद भी किसी सुरक्षाकर्मी ने यह जानने की कोशिश नहीं की, कि ट्रेन बीच में क्यों रुक गई।