भूल जाइए..गांव का दूध ज्यादा पौष्टिक है
अलीगढ़ : आमतौर पर दूध की शुद्धता व गुणवत्ता की बात होती है तो लोग गांव-देहात की तरफ देखते हैं। शनिव
अलीगढ़ : आमतौर पर दूध की शुद्धता व गुणवत्ता की बात होती है तो लोग गांव-देहात की तरफ देखते हैं। शनिवार को हाइंज इंडिया व एफडीए के सहयोग से पराग डेयरी पर लगे शिविर में 46 में से 29 नमूने गुणवत्ता की कसौटी पर खरे नहीं उतरे।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी धर्मेद्र द्विवेदी ने बताया टीमों ने देहात क्षेत्र में दूध की बिक्री व सप्लाई वाली जगहों से नमूने इकट्ठे किए। 10 नमूने उपभोक्ताओं की ओर से दिए गए। इनमें से 21 नमूनों में पानी की मिलावट पाई गई। छह नमूनों में रात के दूध में पानी के साथ अरारोट व खाने का सोड़ा मिलाया गया था। अरारोट व खाने का सोड़ा दूध को खराब होने से बचाने के साथ गाढ़ा करने के लिए मिलाया जाता है। उपभोक्ताओं के दो नमूनों में ग्लूकोज पाया गया, मगर पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं हो पाई। वजह, उन्हें कोल्डड्रिंक की बोतल में भरकर लाए थे। यह दूध स्कि्मड मिल्क पाउडर से तैयार हुआ हो सकता है। इन दोनों नमूनों की लीगल सैंपलिंग की गई है। डॉ. द्विवेदी ने उपभोक्ताओं से आह्वान किया है कि वे दूधिया व स्थानीय दूध विक्रेता पर दूध की क्वालिटी बढ़ाने के लिए दबाव बनाएं। सुधार न हो तो एफडीए से शिकायत करें।