सर्वे के नाम पर लाखों का गोलमाल
अलीगढ़: अतरौली नगर के जीआइएस सर्वे के नाम पर नगर पालिका के खाते से फर्जी तरीके से निकाली गई लाखों की
अलीगढ़: अतरौली नगर के जीआइएस सर्वे के नाम पर नगर पालिका के खाते से फर्जी तरीके से निकाली गई लाखों की रकम का गोलमाल कर संबंधित फाइलों को भी पालिका से गायब करने का मामला प्रकाश में आया है। यही वजह है नगर पालिका संबंधित संस्था से रिकवरी नहीं करा पा रही है।
इसकी शिकायत सभासद रहीस नंबरदार द्वारा शासन को भी की जा चुकी है। ज्ञात रहे कि नगर के प्रत्येक मकान, पेट्रोल पंप, कारखाने, दुकान आदि को गूगल के नक्शे पर दर्ज कराने के लिए नगर पालिका ने ज्योग्राफिक इफोरमेशन सिस्टम (जीआइएस) सर्वे के लिए टेडर निकाला था। अक्टूबर 2014 में इसका ठेका जैन टेक प्राइवेट लिमिटेड ने लेते हुए शर्त रखी कि कंपनी यह काम छह माह में पूरा कर नगर पालिका को सौंप देगी, लेकिन काम तो कुछ नहीं हो सका मगर भुगतान 15 लाख रुपये का कर दिया गया। पालिकाध्यक्ष साजदा बेगम को इस बात का पता लगा तो तुरंत उन्होंने रुपये रिकवरी के आदेश दे दिए थे। मगर आज तक एक धेला नहीं लौट सका है। वहीं सूत्रों की मानें तो 15 लाख के भुगतान के बिल वाउचर से संबंधित फाइल भी नगर पालिका के लेखाकार ऑफिस से गायब है। इस संबंध में वार्ड सभासद रहीस नंबरदार द्वारा शासन को शिकायत की गई, जिस पर 19 नवंबर को बोर्ड बैठक में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव पास भी हो चुका था। मगर आज तक कुछ नहीं हो सका। पालिका के ईओ संदीप सक्सेना ने बताया कि प्रकरण मेरी तैनाती से पहले का है। जीआइएस सर्वे से संबंधित फाइल लेखाकार विभाग में मौजूद नहीं है। कार्यवाहक लेखाकार ने पूछने पर बताया कि पूर्व लेखाकार फाइल अपने साथ ले गए है। फाइलें देखकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वही संबंधित संस्था को नगर पालिका द्वारा नोटिस जारी किया जा चुका है।