बेटी की डोली के 18 दिन बाद उठी पिता की अर्थी
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : नोटबंदी ने चलते बेटी की डोली के 18 दिन बाद ही पिता की मौत हो गई। बेटी की श
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : नोटबंदी ने चलते बेटी की डोली के 18 दिन बाद ही पिता की मौत हो गई। बेटी की शादी में लोगों से लिए कर्ज को चुकाने के लिए वे कई दिन से बैंक के चक्कर काट रहे थे। गुरुवार को सीने में तेज दर्द होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
बन्नादेवी स्थित सिद्धार्थ नगर निवासी उदयवीर सिंह खन्ना (64) नलकूप विभाग से सेवानिवृत्त थे। 20 नवंबर को बेटी रेनू की शादी थी। उदयवीर सिंह के बड़े बेटे पंकज कुमार ने बताया कि नोट बंदी के चलते शादी की तैयारियों में दिक्कत आ रही थी। पिताजी ने रिश्तेदारों व परिचितों से दो लाख रुपये उधार लेकर किसी तरह शादी की व्यवस्थाएं कीं। शादी के बाद लोगों के पैसे वापस करने के लिए वह 25 नवंबर से बैंकों के चक्कर काट रहे थे। बैंक से दो से चार हजार रुपये तक मिल पा रहे थे। 30 नवंबर को उनकी पेंशन भी आ गई, मगर उसका भी पैसा नहीं मिला। उधर, टेंट, हलवाई, कपड़े वाले भी तकादा करने लगे। बुधवार को भी वह आइटीआइ रोड स्थित एसबीआइ शाखा में पैसा निकालने गए। दोपहर करीब 12 बजे सीने में दर्द उठा तो घर आ गए। गुरुवार सुबह दर्द बढ़ गया। मेडिकल कॉलेज ले जाने पर डॉक्टरों ने बताया कि हार्टअटैक पड़ा है। दो घंटे इलाज भी चला, मगर बचाया नहीं जा सका। पंकज ने बताया कि वह निजी कंपनी नौकरी करते हैं। छोटा भाई सुनील कुमार बीमार रहता है। पिताजी पूरी तरह से स्वस्थ थे। सामाजिक कार्यकर्ता होने के चलते उन्हें कर्ज की चिंता सता रही थी।