सेलरी एक लाख, बैंक दे रहे दो हजार
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : नोटबंदी को एक माह हो गया लेकिन व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पाई। बैंकों का खज
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : नोटबंदी को एक माह हो गया लेकिन व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पाई। बैंकों का खजाना खाली है तो एटीएम काम नहीं कर रहे। हालात ये हैं कि लोगों को सेलरी तक नहीं मिल पा रही। एएमयू के एसबीआइ शाखा में ग्राहकों को दो हजार रुपए दिए गए। जबकि यहां खातेदारों की सेलरी एक लाख से अधिक है। कैश न मिलने पर कई बैंकों में लोगों ने हंगामा भी काटा।
एएमयू की एसबीआइ शाखा पर गुरुवार को चार लाइन थीं। सुबह तड़के ही यहां छात्र, छात्राएं व स्टॉफ के लोग लग गए थे। किसी ने दस हजार रुपए निकालने के लिए फार्म भरे तो किसी ने पांच हजार। लेकिन बैंक अफसरों ने हाथ खड़े कर दिए। घोषणा की कि दो हजार से अधिक किसी को नहीं दिए जाएंगे, बैंक में कैश की कमी है। मुसीबत उन लोगों को झेलनी पड़ी जो सुबह से लाइन में थे और चार बजते ही बैंक ने काउंटर बंद कर दिए। सिटी स्कूल के शिक्षक जुल्फिकार ने बताया कि सैकड़ों लोग ऐसे रहे जिन्हें दो हजार रुपए भी नहीं मिले।
5 हजार देकर चलाया काम
एसबीआइ की मुख्य शाखा में भी कैश का संकट है। यहां ग्राहकों को 5 हजार रुपए ही दिए गए। उन ग्राहकों को जरूर दस हजार रुपए दिए गए जिन्हें सख्त जरूरत थी। एसबीआइ की शाखाओं का हाल ये हो गया कि अगर जल्द कैश नहीं आया तो और भी मुसीबत खड़ी हो सकती है। इसके लिए बैंक की ओर से आरबीआइ को बराबर लिखा भी जा रहा है।
बड़े ग्राहकों के पैसे चला रहे बैंक : नगदी संकट से पंजाब नेशनल बैंक भी जूझ रही है, लेकिन यहां के मुख्य शाखा प्रबंधक सोनपाल सिंह ने ग्राहकों की खातिर अहम कदम उठाया है। बकौल सोनपाल शहर के बड़े ग्राहकों से कैश जमा कराया जा रहा है। उसी कैश को ग्राहकों में बांटा जाता है। चेस्ट बैंक में पैसा न होने के कारण नगदी संकट और बढ़ गया है। कैश आने के बाद ही कुछ राहत मिल पाएगी।
आइटीआइ रोड और नौरंगाबाद में हंगामा
गुरुवार को पैसे निकालने के लिए शहर की कई बैंकों में ग्राहकों ने हंगामा किया। दोपहर 12 करीब आइटीआइ रोड स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा में काफी हंगामा हुआ। ग्राहकों ने बैंकों के बाहर नारेबाजी भी की। इसके अलावा नौरंगाबाद स्थित पीएनबी बैंक में भी पैसे न निकलने लोग गुस्सा उठे। यहां भी करीब आधा घंटे लोगों ने हंगामा काटा। दोनों जगह पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत किया।
बैंक के अंदर पहुंची एटीएम की लाइन : एक माह बाद भी शहर के सभी एटीएम नहीं चालू हो सके, कुछ एटीएम की संख्या में इजाफा जरूर हुआ। सबसे अधिक भीड़ एसबीआइ की मुख्य शाखा और सेंटर प्वाइंट स्थित शाखा के एटीएम पर रही। मुख्य शाखा के एटीएम की सामने की हालत थी के सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक एटीएम से लेकर बैंक के अंदर तक लाइन लगी हुई थी। महिलाएं भी ठंड में बच्चों को लेकर खड़ी रहीं। कैश नहीं आया तो एटीएम पर भी संकट गहरा सकता है।
नया कैश जमा करने वालों के लाइन नहीं : बैंकों में नया कैश जमा करने वालों के लिए बैंकों ने विशेष व्यवस्था की है। ऐसे ग्राहकों के लिए कोई लाइन नहीं हैं। विशेष काउंटर पर उनसे कैश जमा कराया जाता है। ऐसे ग्राहकों को कैश निकालने के लिए भी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। एसबीआइ, पीएनबी समेत अधिकांश बैंक ऐसा कर रही हैं।
इनका कहना है
एक सप्ताह से कैश नहीं आया है, जो कैश है उसी से काम चलाया जा रहा है। ग्राहकों को दो से पांच हजार रुपए देने के अलावा एटीएम में भी कैश डाला जा रहा है। एक माह में एसबीआइ के एटीएम से डेढ़ लाख लोग रुपए निकाल चुके हैं। हैरानी की बात ये है कि जो कैश निकाला जा रहा है, वो बाजार में इस्तेमाल में उस तरह से नहीं आ रहा।
- देवदत्त शर्मा, मुख्य शाखा प्रबंधक, एसबीआइ