पुल निर्माण को लगा 'करंट'
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मंजूरगढ़ी रेलवे फाटक पुल निर्माण में अब नई उलझन आ गई है। रेलवे ने ट्रैक के
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मंजूरगढ़ी रेलवे फाटक पुल निर्माण में अब नई उलझन आ गई है। रेलवे ने ट्रैक के ऊपर से हाईटेंशन लाइन की ऊंचाई ऊपर करने नाम पर विद्युत विभाग से एक करोड़ 76 लाख की मांग की। विद्युत विभाग ने जब इसकी भरपाई के लिए सेतु निगम को पत्र भेजा तो वहां से हाथ खड़े कर दिया गए। इस पर रेलवे ने इसमें सहयोग करने से इंकार कर दिया। अब निगम ने डीएम, कमिश्नर के माध्यम से रेलवे को पत्र भेजकर इसमें सहयोग करने की अपील की।
दो साल से निर्माण : मालपुर-मंजूरगढ़ी स्थित रेलवे फाटक पर ट्रैफिक अधिक होने से लोगों को काफी दिक्कतें होती थीं। दो-दो घंटे तक खड़ा रहना पड़ता था। ऐसे में दो साल पहले सरकार ने यहां पुल निर्माण को हरी झंडी दे दी थी। इसके लिए 24 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया था।
90 फीसदी से ज्यादा काम पूरा
सेतु निगम ने इस पर काफी तेजी से काम किया। अब तक लगभग 90 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है। दिसंबर माह के अंत तक इसकी शुरुआत होनी थी। बीते दिनों मुख्य सचिव ने वीसी के माध्यम से इसकी समीक्षा भी की थी।
हाईटेंशन तार की ऊंचाई बनी रोड़ा : यहां रेलवे पुल के ऊपर से हाइटेंशन लाइन गुजर रही है। ऐसे में पुल संचालन से पहले इसे ऊपर किया जाना था। बिजली विभाग ने सेतु निगम से इसके लिए 52 लाख 70 हजार रुपये की मांग की। जिसका जनवरी माह में भुगतान कर दिया गया। इसके बाद विद्युत विभाग से रेलवे के सर्वे एवं प्लान चार्ज के लिए 339250 रुपये की मांग की गई। फरवरी माह में सेतु निगम ने इसका भी भुगतान कर दिया।
एक करोड़ 76 लाख प्रस्ताव : अब रेलवे विभाग ने ट्रेक के ऊपर हाईटेंशन तार की ऊंचाई के लिए विद्युत विभाग से ब्लॉक की ड्रॉइंग के लिए एक करोड़ 76 लाख रुपये और देने की मांग रखी। इस पर विद्युत विभाग ने यह प्रस्ताव सेतु निगम को भेज दिया। वहां के अफसरों ने अब इसके लिए हाथ खड़े कर दिए है।
डीएम कमिश्नर को लिखा पत्र :
सेतु निगम ने अब कमिश्नर और डीएम को पत्र लिखा है। जिसके माध्यम से उन्होंने रेलवे विभाग द्वारा इसे पूरा करने में विद्युत विभाग का सहयोग करने की अपील की है।
वर्जन..
ट्रेक के ऊपर हाईटेंशन लाइन की ऊंचाई पूरी होनी है। रेलवे ने इसके लिए एक करोड़ 76 लाख रुपये की मांग की। जिसका प्रस्ताव सेतु निगम को भेज दिया गया। अगर यह बजट मिलता है, इसी के बाद ट्रेक पर काम करने की अनुमति मिलेगी।
- किशन सिंह, अधीक्षण अभियंता ट्रांसमिशन
सेतु निगम का पत्र मिला है। डीएम के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। - आरएन शर्मा, एडीएम प्रशासन