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मीट के अवशेष खाकर खूनी हो रहे कुत्ते

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सावधान, शहर में कुत्तों का झुंड कभी भी ¨हसक हो सकता है। ¨हसक होने का कारण

By Edited By: Published: Mon, 24 Oct 2016 02:12 AM (IST)Updated: Mon, 24 Oct 2016 02:12 AM (IST)
मीट के अवशेष खाकर खूनी हो रहे कुत्ते

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सावधान, शहर में कुत्तों का झुंड कभी भी ¨हसक हो सकता है। ¨हसक होने का कारण खुले में मीट बेचने वालों व कंट्टीघरों को बताया जा रहा है। इन पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाकर चालान काटा जाएगा। कुत्तों की संख्या पर नजर रखने के लिए उन्हें मार्कर लगाकर चिह्नित किया जाएगा और उन्हें बाहर छोड़ा जाएगा।

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फ्लैश बैक

हाल ही मुरादाबाद में आवारा कुत्तों ने एक बालिका को जिंदा खा लिया है। अपने शहर में भी कुत्तों के झुंड हर जगह देखे जा सकते है। खासकर उन स्थानों पर जहां पर खुले में मीट का कारोबार है।

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यहां पर मीट की खुली दुकानें

मेडिकल रोड, शमशाद मार्केट, जमालपुर, रसलगंज, शाहजमाल, ऊपरकोट, सराय रहमान, सराय मियां, जीवनगढ़ पर मीट की दुकाने हैं। इनके अलावा कई जगहों पर नानवेज बिकता है, जिसके अवशेष इधर-उधर फेंक दिए जाते हैं।

यहां है कंट्टीघर

मोहल्ला कुरेशियान, देहलीगेट, जंगलगढ़ी, मकदूम नगर, तुर्कमान और भुजपुरा बाईपास के आसपास कंट्टीघर हैं। इसके अलावा चर्बी और हड्डी उबालों के आसपास कुत्तों के झुंड अधिक नजर आते हैं।

ईद पर पकड़े जाते हैं कुत्ते

नगर निगम की ओर से ईद के मौके पर कुत्तों पर खास नजर रखी जाती है। मस्जिदों में नमाज के वक्त उनका प्रवेश रोकने के लिए पकड़ा जाता है। इसके अलावा कभी-कभी बीच अभियान चलाकर कुत्तों को बाहर जंगल में छुड़वा दिया जाता है।

मार्कर से चिह्नित करेंगे

शहर के कुत्तों को मार्कर लगाकर चिह्नित कराया जाएगा। इसके बाद उन्हें बाहर छोड़ेंगे। इससे यह पता चलेगा कि बाहर से आने वाले कुत्ते कौन से हैं और ये कुत्ते कहीं वापस तो नहीं लौटकर आ रहे हैं।

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नसबंदी का नहीं इंतजाम

कुत्तों की नसंबदी के लिए ऑपरेशन से तीन दिन पहले और तीन दिन बाद तक रखना पड़ता है। इसके लिए यहां पर न तो पर्याप्त पशु शल्य चिकित्सक हैं और न हीं उन्हें रखने के लिए कोई अस्पताल है।

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मीट कारोबारियों पर होगी कार्रवाई

खुले में मीट बेचने वालों और अंवैध कंट्टीघरों पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जाएगा। नगर निगम अधिनियम 1959 के तहत इन पर कार्रवाई होगी। खुले में मीट बेचने वालों पर चालान काटने का प्रावधान है। 2 से 10 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है। कंट्टीघरों पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग का भी शिंकजा कसा जाएगा।

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खुले में मीट बेचने वालों द्वारा अवशेष फेंकने से कुत्तों की संख्या बढ़ी और उनकी ¨हसक प्रवृत्ति बढ़ी है। खुले में मीट बेचने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त, नगर निगम।


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