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आर्टीमीशिया प्लांट पर शोध ने दिलाया युवा वैज्ञानिक सम्मान

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वनस्पति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 01:59 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 01:59 AM (IST)
आर्टीमीशिया प्लांट पर शोध ने  दिलाया युवा वैज्ञानिक सम्मान

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वनस्पति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर तारिक आफताब को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने युवा वैज्ञानिक सम्मान के लिए चुना है। उन्हें यह सम्मान शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव देंगे। डॉ. आफताब को यह सम्मान आर्टीमीशिया प्लांट पर अहम शोध पर मिला है।

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मूल रूप से शेख सराय, सीतापुर के रहने वाले डॉ. तारिक आफताब ने एएमयू से बीएड किया था। बीएड करने के बाद वह प्लांट जेनेटिक रिसोर्सेज राष्ट्रीय ब्यूरो, दिल्ली चले गए। जहां उन्होंने गेंहू, चावल पर शोध किया। वह अतिथि वैज्ञानिक के रूप में फेलोशिप (2012-13) पर जर्मनी चले गए। इसके बाद डॉ. आफताब एएमयू आ गए और अब शोध कार्यो को अंजाम दे रहे हैं। डॉ. तारिक का मुख्य काम आर्टीमीशिया प्लांट पर रहा है। आर्टीमीशिया एक औषधीय पौधा है, जो मलेरिया की दवा में काम आता है। बकौल डॉ. आफताब, इस पौधे पर करीब आठ साल से काम चल रहा है, पीएचडी भी इसी पर की थी। इस पौधे में आर्टीमिसिनिन नामक पदार्थ होता है, उसी से मलेरिया की दवा तैयार होती है। शोध के जरिये आर्टीमिसिनिन की मात्रा 10 से 20 फीसद बढ़ाने में कामयाबी मिली है। डॉ. तारिक आफताब को 22 लाख की रमन फेलोशिप मिली है, जिसके तहत वह शोध के लिए 28 जुलाई को अमेरिका जाएंगे।


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