मुनीर के एनकाउंटर की थी तैयारी!
योगेश शर्मा, अलीगढ़: कुख्यात मुनीर फिलहाल तो जेल में पहुंच चुका है। सुरक्षा एजेंसियों के उच्चपदस्थ
योगेश शर्मा, अलीगढ़:
कुख्यात मुनीर फिलहाल तो जेल में पहुंच चुका है। सुरक्षा एजेंसियों के उच्चपदस्थ सूत्रों की मानें तो अफसर उसका एनकाउंटर करना चाहते थे। इस पर चर्चा हुई, लेकिन सबकी राय एक नहीं हो सकी और वो जिंदा बच गया।
दरअसल, दो लाख के इनामी और डीएसपी तंजील की हत्या के आरोपी मुनीर की गिरफ्तारी के लिए देश की कई सुरक्षा एजेंसियां काम में लगी थीं। बाजी मारी एसटीएफ ने। सूत्र बताते हैं कि एनआइए अफसर की हत्या के कारण यह प्रकरण हाईप्रोफाइल हो गया था और सभी पर मुनीर की गिरफ्तारी का जोरदार दबाव था। मुनीर की टोह में लगी एक सुरक्षा एजेंसी के सदस्य उसे निपटा देना चाहते थे। एजेंसी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि यह कई सदस्य मान रहे थे कि मुनीर का खात्मा समाज हित में है। मगर, कुछ अफसरों ने ऐसा नहीं होने दिया। वे मुनीर को जिंदा पकड़कर तमाम अनसुलझी घटनाओं और तंजील हत्याकांड की हकीकत जानना चाहते थे। इसी कारण वो एनकाउंटर से बच गया।
तीन हथियार, 25 कारतूस
मुनीर के शातिर होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब उसे गिरफ्तार किया गया, तब उसके पास दो पिस्टल और एक रिवाल्वर बरामद की गई। ये तीनों ही हथियार लूट करके जुटाए गए थे। इनमें से एक पिस्टल लोड भी थी। उसके पास कुल 25 कारतूस मिले हैं।
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मुनीर का जिंदा पकड़ना जरूरी था। वह मारा गया होता तो तमाम घटनाएं दफन हो जातीं। पूछताछ में उसने अलीगढ़ में 10 आपराधिक घटनाएं करना स्वीकार किया है। लखनऊ व बिजनौर की भी कई चर्चित घटनाएं स्वीकार की हैं।
- अमित पाठक, एसएसपी एसटीएफ।
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