जेब में पिस्टल..ग्रामीणों का घेरा..फिर भी कत्ल
अलीगढ़ : बसपा नेता व पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह के निकट माने जाने वाले गांव चांदनेर के पूर्व प्रधान
अलीगढ़ : बसपा नेता व पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह के निकट माने जाने वाले गांव चांदनेर के पूर्व प्रधान जगधीर सिंह बघेल की हत्या कई ऐसे सवाल छोड़ गई है। क्या राशन डीलर के चुनाव को टालने के लिए हत्या की गई या इस घटना को अंजाम देकर चुनाव की गोटियां बिछाई गईं? पांच दिन पहले से लापता मौजूदा प्रधान की गुमशुदगी दर्ज न कराना क्या संकेत देती है? क्या यह हत्या सुपारी देकर कराई गई है? इसे होनी कहें या फुल-प्रूफ प्लान, जिसके चलते जेब में पिस्टल व आसपास ग्रामीणों का घेरा होने के बाद भी हत्या हो गई।
प्रतिष्ठा बचाने में गए प्राण
चांदनेर में राशन डीलर चयन को लेकर घमासान चल रहा था। डीलर चयन के लिए वोटिंग सोमवार को सुबह 11 बजे होनी थी। चुनाव को लेकर बसपा नेता व पूर्व प्रधान जगधीर सिंह बघेल की प्रतिष्ठा दांव पर थी। राशन डीलर के लिए वे वर्तमान डीलर पूरन सिंह के पक्ष में लोगों को लामबंद करने में जुटे थे। डीलर के लिए पूरन सिंह व श्रीपाल सिंह के बीच चुनाव होना था।
घेरे में घटना
जगधीर सिंह सोमवार सुबह करीब नौ बजे घर से थोड़ी ही दूर देवेंद्र सिंह के घर पर खड़े होकर सामने खाली पड़े प्लॉट में चल रहे काम को देखने पहुंचे। वहां गांव के दिनेश, पप्पू, बिजेंद्र, देवेंद्र आदि से बातचीत कर रहे थे, तभी हमलावर आए और उनकी हत्या कर भाग गए।
एक और घटना बची
पूर्व प्रधान की हत्या की मिलते खबर ही उनके समर्थकों में गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने मौजूदा प्रधान सुरेश चंद्र बघेल के मकान व घेर में तोड़फोड़ कर फाय¨रग की। गनीमत रही कि उस वक्त घर व घेर में कोई नहीं था, अन्यथा कोई और घटना हो जाती।
काम न आ सकी पिस्टल
जिस वक्त हमला हुआ, पूर्व प्रधान के पास में लाइसेंसी पिस्टल भी थी, लेकिन हमलावरों ने उन्हें संभलने तक का मौका नहीं दिया।
शॉर्प शूटर थे हमलावर
हत्या को अंजाम देने वाले शॉर्प शूटर ही थे। निशाना अचूक था। चलाई गई गोलियां सीधे पूर्व प्रधान के शरीर को छलनी करते हुए निकल गईं। वे वहां से तभी हटे, जब भरोसा हो गया कि पूर्व प्रधान का काम तमाम हो चुका है। हमलावरों का ग्रामीणों ने विरोध किया तो उन्होंने पहले धमकाया। न माने तो हवाई फाय¨रग करके दौड़ा दिया। प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक पांचों हमलावर हेलमेट व काले रंग के नकाब पहने हुए थे।
चली आ रही है रंजिश
जगधीर सिंह पिछली दो पंचवर्षीय योजनाओं में प्रधान रह चुके थे। इस बार हुए चुनाव में चार वोटों से हार गए थे। उन्होंने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए एसडीएम कोर्ट में पिटीशन भी दायर किया था, जिसमें नौ मार्च को हुई सुनवाई के बाद एसडीएम कोर्ट में हुई पुनर्मतगणना में जगधीर सिंह बघेल को सात वोटों से विजयी घोषित कर दिया गया। अगले दिन एसडीएम ने अपने ही आदेश को स्टे घोषित कर दिया था। पुलिस व ग्रामीणों के अनुसार, दोनों पक्षों में कई बार मारपीट हो चुकी थी। एसओ मोहम्मद असलम ने बताया कि पुनर्मतगणना को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए तीन-तीन दर्जन लोगों को पाबंद किया गया।
प्रधान लापता
गांव के मौजूदा प्रधान सुरेश चंद्र बघेल पांच दिन से लापता है। इस संबंध में सोमवार सुबह करीब आठ बजे प्रधान के बेटे श्यौराज व अन्य परिजनों ने थाने पहुंचकर सूचना दी कि उनके पिता पांच दिन पहले अलीगढ़ जाने की कहकर घर से निकले थे, फिर लौटकर आए। उनका फोन भी नहीं मिल रहा है। फोन स्विच ऑफ बता रहा है। बकौल एसओ, परिजनों को गुमशुदगी दर्ज कराने को कहा गया तो वे पहले तलाशने की बात कहकर चले आए थे।
चार भाइयों में बड़े थे जगधीर
महेंद्र सिंह बघेल के चार पुत्रों में जगधीर सबसे बड़े थे। उनसे छोटे तेजवीर सिंह बिजली विभाग में जेई हैं। उनसे छोटे मनोज दिल्ली में निजी कंपनी में हैं और सबसे छोटा भाई हरिओम गांव खेती-बाड़ी संभालता है। जगधीर सिंह के पास चार बेटियां हैं। सबसे बड़ी करीब 17 साल की है।
सुरक्षा के घेरे में अंत्येष्टि
पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव में लाकर देर शाम पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार करा दिया गया।
एसएसपी पहुंचे
हत्या की खबर पाकर एसओ मोहम्मद असलम, सीओ बन्नादेवी सोमदत्त, खैर ओमप्रकाश सिंह, एसओ खैर राजवीर सिंह यादव, एसओ चंडौस, लोधा, पिसावा, क्यूआरटी व पीएसी गांव में पहुंच गई। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव व एसएसपी लव कुमार भी पहुंचे।
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यह तो गुंडागर्दी की
पराकाष्ठा है : जयवीर
पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधान जगधीर सिंह की हत्या गुंडागर्दी की पराकाष्ठा है। पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने गांव में पहुंचे पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि राजनीतिक साजिश के तहत हत्या की गई है, जिसे जल्द बेनकाब किया जाएगा। जगधीर बघेल समाज के उभरते हुए नेता थे। बसपा में रहकर समाज हित में काम कर रहे थे। यह सब उनके प्रतिद्वंद्वियों को सहन नहीं हुआ और हत्या करा दी गई। पूर्व मंत्री के साथ जिला पंचायत सदस्य उपेंद्र सिंह नीटू, ब्लॉक प्रमुख ऋषि-मुनि शर्मा, मूलचंद्र बघेल, जयप्रकाश बघेल, बाबूलाल, महाराज सिंह बघेल, प्रेमपाल बघेल आदि मौजूद थे।
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पूर्व प्रधान की हत्या के पर्दाफाश व हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई हैं। जल्द ही वे गिरफ्त में होंगे।
- लव कुमार, एसएसपी।