त्रिशूल और भगवा झंडा वाली भारत मां मंजूर नहीं
-एआइएसएफ की जेएनयू इकाई की सचिव राहिला परवीन ने बोला भाजपा, संघ व मोदी पर हमला -भाजपा ने गाय को ¨
-एआइएसएफ की जेएनयू इकाई की सचिव राहिला परवीन ने बोला भाजपा, संघ व मोदी पर हमला
-भाजपा ने गाय को ¨हदू, बकरे को मुस्लिम में बांटा, गडकरी बीफ के सबसे बड़े कारोबारी
- ये देश गांधी के राम का है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 'जय श्रीराम' का नहीं
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआइएसएफ) की जेएनयू इकाई की सचिव राहिला परवीन ने कहा कि पहले लोग राम-राम बोलते थे। जय श्रीराम को तो आरएसएस ने सियासी खेती के लिए बनाया है। राहिला ने दलील दी कि भारत माता की जय बोलने से कौन मना करता है? हम उस मां की जय बोलेंगे, जिसने इनके खिलाफ बोलने वाले लाल पैदा किए। उस मां की जय नहीं बोलेंगे, जिसके हाथ में त्रिशूल और भगवा झंडा है। ये देश गांधी के राम का है, आरएसएस के 'जय श्रीराम' का नहीं। उन्होंने कन्हैया पर देशद्रोह के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि उसे फंसाया गया है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंप्लाइज यूनियन दफ्तर में रविवार को एआइएसएफ की एएमयू यूनिट की ओर से 'थ्रेट टू डेमोक्रेसी फ्रीडम ऑन कल्चर एंड स्ट्रगल ऑफ स्टूडेंट्स' पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा, आरएसएस व मोदी सरकार पर तीखे हमले किए गए। जेएनयू यूनिट की सचिव राहिला परवीन कुछ ज्यादा ही आक्रामक दिखीं। उन्होंने कहा कि राम व जय श्रीराम में बड़ा फर्क है। जय श्रीराम आरएसएस का शब्द है। आजादी आंदोलन के दौर में इंकलाब बोला जाता था, भारत माता की जय नहीं। भाजपा ने गाय को ¨हदू और बकरे को मुस्लिम में बांट दिया, जबकि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बीफ के सबसे बड़े कारोबारी हैं। भाजपा मजहब के नाम पर देश को बांटना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा को अगर घर वापसी ही करानी है तो इसकी शुरुआत मुख्तार अब्बास नकवी से की जाए। आरोप लगाया कि मोदी जी विदेशों की तो यात्रा कर रहे हैं, मगर सूखा पीड़ितों के बीच जाने के लिए उनके पास समय नहीं है।
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एक्टिंग अच्छी करती
हैं स्मृति : खादरी
एआइएसएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद वली उल्लाह खादरी ने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा विरोधी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नॉन नेट फेलोशिप बंद कर दी। विरोध हुआ तो फैसला वापस लेना पड़ा। स्मृति ईरानी एक्टिंग अच्छी कर लेती हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री का काम ठीक से नहीं कर पा रहीं। उन्होंने कहा कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी में आरएसएस व भाजपा ने ऐसा माहौल बनाया कि रोहित को जान देनी पड़ी। न्याय के लिए कन्हैया ने आवाज बुलंद की तो उसे राष्ट्रद्रोह का आरोपी बना दिया गया। हवाई जहाज में पिछले दिनों मेरे सामने कन्हैया पर हमला हुआ, उसकी गर्दन दबा दी गई। आज नागपुर से दहशत फैलाने का काम हो रहा है।