नीम के पेड़ से निकल रहा करिश्माई पानी
लोकेश शर्मा, अलीगढ़ : 'नीम' का नाम सुनकर भले कड़वाहट महसूस हो, मगर भदेशी गांव में लगा एक पेड़ लोगों को
लोकेश शर्मा, अलीगढ़ : 'नीम' का नाम सुनकर भले कड़वाहट महसूस हो, मगर भदेशी गांव में लगा एक पेड़ लोगों को न सिर्फ मिठास का अहसास करा रहा है, बल्कि तमाम मर्जो की दवा भी बना हुआ है। स्थानीय लोगों का दावा है कि ये पानी पीने से कैंसर जैसे रोग में भी फायदा मिल रहा है। पानी का स्वाद नारियल के पानी जैसा है, रंग भी वही है। पानी लेने के लिए हर रोज यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है।
गांधीपार्क क्षेत्र के नौरंगाबाद से करीब दो किमी दूर गांव भदेशी में नानक चंद्र के खेत में नीम का पेड़ लगा हुआ है। कुछ दिन पहले इस पेड़ के तने से पानी रिसना शुरू हुआ था। खेत मालिक का ध्यान जब इस ओर गया तो जिज्ञासावश पानी चख लिया। खेत मालिक की मानें तो पानी का स्वाद नारियल के पानी जैसा है। रंग हल्का सफेद है। ये खबर जब आसपास के गांव में फैली तो खेत पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। हर कोई पेड़ के तने से रिस रहा सफेद पानी देखकर हैरान था। बोतल में पानी भरकर सभी ने एक-एक घूंट पिया तो पानी मीठा लगा। करिश्माई पानी मानकर लोग इसे बोतलों में भरकर ले गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ बीमार लोगों ने भी ये पानी पीया। इनका कहना है कि कुछ दिन पानी पीने से उनकी बीमारी में फायदा मिला है। गुरुवार को भी दर्जनों लोग बोतल लेकर पानी लेने यहां पहुंचे। यहीं रहने वाले सत्यप्रकाश ने बताया कि ये पानी पीने से गठिया रोग, कमर का दर्द, सांस की बीमारी और कैंसर जैसे रोग में भी फायदा मिल रहा है।
काफी समय से गर्दन में गांठ थी। डॉक्टरों को दिखाया तो कैंसर बताने लगा। कहा कि इसका इलाज काफी महंगा है और कई दिन चलेगा। पिछले चार दिन से नीम का पानी पी रहा हूं, काफी राहत महसूस हुई है।
- दामोदर, पला साहिबाबाद।
कमर दर्द से बहुत परेशान था। कई डॉक्टरों से इलाज कराया, मगर फायदा नहीं मिला। दवाओं का असर नहीं हो रहा था। जबसे ये पानी पीना शुरू किया है, फायदा पहुंचने लगा।
- लखमीचंद्र, भदेशी।
इनका कहना है
नीम के पेड़ में इस तरह का पानी अक्सर निकलता है, इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। एंटीबायेटिक होने के चलते शरीर में लाभ ही पहुंचाता है। इसके इस्तेमाल से खून भी साफ हो जाता है।
-प्रो. फिरोज मोहम्मद, विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग एएमयू।
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