खेल के जज्बे ने भुला दिए गम
अलीगढ़ : जीवन साथी खोने का गम क्या होता है, ये एक महिला से बेहतर कोई नहीं बता सकता। अंतराष्ट्रीय खिल
अलीगढ़ : जीवन साथी खोने का गम क्या होता है, ये एक महिला से बेहतर कोई नहीं बता सकता। अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी मीनाक्षी गौड़ भी इस सदमे से गुजर चुकी हैं। एक हादसे में उनके पति की मृत्यु हो गई, वह भी जख्मी हुई। मगर, वो टूटी नहीं। यही वजह है कि वे फिर अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के लिए खेलेंगी। बॉडी बिल्डिंग एंड फिटनेस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
मीनाक्षी के स्वागत समारोह का आयोजन मैरिस रोड स्थित मिल्कबार में किया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष यासीन शम्स ने बताया कि मीनाक्षी ने राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में चार बार सिल्वर मेडल जीता। फेडरेशन कप में दो बार सिल्वर तथा एक बार गोल्ड प्राप्त किया। 1998 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर मेडल, 1999 में एशिया में कांस्य पदक जीता। हादसे में घायल होने से वह अब विकलांग कोटे में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी। डा. प्रशान्त शर्मा ने कहा कि मीनाक्षी द्वारा यहां खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने से खेल को एक नया आयाम मिलेगा। इस मौके पर सौरभ शर्मा, कैप्टन विजय बहादुर थापा, ख्वाजा मुजीद, आशू चावला, ललित शर्मा, राशिद खान, मुहम्मद फैजान, इमरान, नासिर, आदि मौजूद रहे।