यमुना पार भी फैलेगा शिक्षा का उजियारा
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शिक्षा की किरण से दूर यमुना उस पार का गांव चंडीगढ़ भी अब मुख्य धारा से जुड़
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शिक्षा की किरण से दूर यमुना उस पार का गांव चंडीगढ़ भी अब मुख्य धारा से जुड़ेगा। वहां न सिर्फ शिक्षा बल्कि उस सड़क से लेकर अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी मशीनरी सक्रिय हो गई है। डीएम के निर्देश पर बीएसए ने टप्पल के खंड शिक्षा अधिकारी को दिशा निर्देश जारी कर दिए है।
विकास खंड टप्पल के गांव ऊंटासानी, धारागढ़ी सहित उनके मजरों का जमीनी विवाद माहौली और हसनपुर, होडल तहसील, फरीदाबाद (हरियाणा) से है। कई बार खूनी टकराव पर शासन को विस्तृत रिपोर्ट तो भेजा ही जा चुका है, केंद्र सरकार भी हस्तक्षेप कर चुका है। परंतु स्थायी समाधान इस मामले का नहीं हुआ है। बाद में डीएम के निर्देश पर एडीएम प्रशासन संजय चौहान सहित अफसरों ने वहां का दौरा करने के बाद रिपोर्ट बनाई। उन्होंने डीएम को बताया कि आए दिन मजरा चंडीगढ़ (यूपी) के किसानों को हसनपुर (हरियाणा) की पुलिस परेशान करती है। यमुना पार जाकर धारागढ़ी व आसपास के किसानों को खेती करने में परेशानी आती है। वहां सड़क, पीपा का पुल से लेकर अन्य मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया कराने के निर्देश दिए गए। अब विभिन्न विभागों के मुखिया इसमें जुट गए हैं। बीएसए एसपी यादव ने 31 जुलाई को डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक का हवाला दिया है और एबीएसए टप्पल को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चंडीगढ़ ग्राम में रहने वाले परिवारों के बच्चों को पठन-पाठन की व्यवस्था करने को कहा है। तय हुआ था कि वहां के रहने वाले लोग ही कमरा उपलब्ध कराएंगे। शिक्षा विभाग एक शिक्षक वहां से संबद्ध कर देगा। बीएसए ने इस कार्यवाही से एक सप्ताह के अंदर अवगत कराने के भी निर्देश दिए हैं। ताकि डीएम को अनुपालन आख्या प्रेषित की जा सके।
इनका कहना है.
पीडब्ल्यूडी से लेकर जिला पंचायत तक के विभागों की जिम्मेदारी तय की गई है। सभी को बैठक में बुलाकर निर्देश दे दिया गया है। सभी विभागों की हर कवायद से सीधे डीएम को अवगत कराया जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि वहां मूलभूत सुविधाएं मुहैया हो जाएं।
-संजय चौहान, एडीएम प्रशासन