समझौते से खफा बिरादरी, हुक्का-पानी पर संकट!
अलीगढ़ : बेटी को भगाने वालों से समझौता कर लेने से बिरादरी के लोग खासे गुस्से में हैं। पंचायत बुलाकर
अलीगढ़ : बेटी को भगाने वालों से समझौता कर लेने से बिरादरी के लोग खासे गुस्से में हैं। पंचायत बुलाकर किशोरी के पिता का हुक्का-पानी बंद करने का भी कुछ लोग इरादा बनाए हुए हैं। हालांकि, किशोरी के पिता ने समझौता हंसी-खुशी कतई नहीं किया। उन्होंने तो पिसावा पुलिस को कानूनी कार्रवाई के लिए तहरीर दी थी। पुलिस ने लिखी ही नहीं। किशोरी बरामद हुई तो भी पुलिस ने न उसके बयान दर्ज कराए, न ही मेडिकल कराया। पुलिस के शर्मनाक रवैये और समाज में बेइज्जती से सहमे पिता के आगे आखिर और चारा भी क्या था?
पिसावा क्षेत्र के गांव की इस 16 साल की किशोरी को गांव का ही युवक पांच दिन पहले भगा ले गया था। किशोरी के पिता ने दूसरे ही दिन पिसावा थाने में आरोपी के खिलाफ तहरीर दे दी। पुलिस ने शुरू में खासी तत्परता दिखाई और युवक के परिजनों समेत कई को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। नतीजा यह कि इनसे मिले सुराग के आधार पर लापता होने के दो दिन बाद ही किशोरी बरामद करके थाने ले आई गई। पुलिस का खेल इसके आगे शुरू हुआ। किशोरी बरामद तो की गई, मगर पुलिस ने उसका मेडिकल चेकअप ही नहीं कराया। बयान भी नहीं लिए। पुलिस ने कानूनी सरहदें लांघते हुए आरोपियों को बचाने के लिए खुद समझौते की पहल शुरू कर दी। उन्हें दो दिन का वक्त दे दिया गया। कहा जा रहा है कि शुक्रवार शाम किशोरी के पिता को पांच लाख रुपये में फैसले का आरोपियों ने ऑफर दिया। रकम थाने लाई गई। यहां पैसे कम पड़े तो देर रात तक इंतजाम करके पूरे किए गए। पुलिस की मौजूदगी में समझौते पर मुहर लगी। शनिवार को पुलिस की कारगुजारी और 'बंदरबांट' का मामला क्षेत्र की चर्चा का विषय बन गया। वहीं, किशोरी को भगाने वालों से समझौता कर लेने से बिरादरी के लोग खासे खफा हैं। उनका कहना है कि लड़की का बिरादरी से हुक्का-पानी बंद करेंगे।
इनका कहना है
किशोरी के पिता ने दो युवकों के खिलाफ बेटी को भगा ले जाने की तहरीर दी थी। पुलिस ने लड़की बरामद करके परिजनों के सुपुर्द कर दी है। दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है।
-डॉ. केके यादव, थाना प्रभारी पिसावा।