मुख्यमंत्री मुफ्ती सईद भी एएमयू चांसलर की दौड़ में!
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के चांसलर बनने की दौड़ में जम्मू-कश्मीर
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के चांसलर बनने की दौड़ में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद भी शामिल हैं? एएमयू में यह चर्चा कहां से, किसने और कब शुरू की, कोई नहीं जानता, लेकिन मुफ्ती के विरोधी छात्रों ने बिना देरी किए कैंपस में पर्चे तक लगवा दिए। 11 अप्रैल को होने जा रही एएमयू कोर्ट की बैठक में चांसलर के नाम पर फैसला हो सकता है। इस पद की दौड़ में एएमयू के पूर्व कुलपति और बांबे मर्केटाइल बैंक के चेयरमैन महमूद उर रहमान भी हैं। शनिवार को रहमान ने शहर के एक होटल में समर्थकों के साथ गुफ्तगू भी की।
दुनियाभर में विख्यात एएमयू के चांसलर का पद करीब चार साल से रिक्त चल रहा है। इसका चुनाव एएमयू की सर्वोच्च संस्था एएमयू कोर्ट करती है। दावेदार अधिक होने पर मतदान से फैसला होता है। कोर्ट में कुल 186 सदस्य होते हैं। करीब ढाई साल से कोर्ट बैठक ही नहीं हो पाई। इस कारण चांसलर, प्रो-चांसलर, ट्रेजरार व छह ईसी मेंबर का चुनाव नहीं हो सका है। कोर्ट की बैठक 11 अप्रैल को प्रस्तावित है। स्वाइन फ्लू के खौफ में यूनिवर्सिटी की सभी गतिविधियां स्थगित करने के कारण 22 मार्च को प्रस्तावित बैठक टाल दी गई थी। अरसे बाद हो रही बैठक की उत्सुकता की बड़ी वजह चांसलर की दौड़ वाले नाम भी हैं। एएमयू के पूर्व कुलपति महमूद उर रहमान का नाम काफी दिनों से चल ही रहा है। एएमयू इंतजामिया ने मुंबई के एक शख्स का नाम आगे बढ़ाया है। तीसरा नाम जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का सुर्खियों में है। हालांकि, इसकी पुष्टि किसी स्तर से नहीं हुई है। फिर भी, एएमयू कोर्ट के कुछ सदस्य उनके विरोध में उतर आए हैं। बगैर किसी के नाम के 'एएमयू कोर्ट सदस्य' लिखे पर्चे पूरे कैंपस में चस्पा किए गए हैं। इसमें लिखा है, 'कुलपति जमीर उद्दीन शाह ने मुख्यमंत्री सईद को चांसलर पद के लिए राजी कर लिया है। वे पीएम मोदी के करीब हैं। शाह का टर्म इसी साल पूरा हो रहा है। वे अच्छी कुर्सी पाने के लिए मोदी के करीब जाना चाहते हैं। हमें ऐसा चांसलर चाहिए जो विवादित न हो।'
इनका कहना है
मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है। हो सकता है कुछ लोग अफवाह उड़ा रहे हों।
- डॉ. राहत अबरार, पीआरओ एएमयू।
चांसलर का काम मानिट¨रग करना है। हमें ऐसा चांसलर कतई बर्दाश्त नहीं, जो दूसरे काम में व्यस्त रहे।
- शाहजेब अहमद, एएमयू छात्रसंघ सचिव।
एएमयू को एकेडमिक चांसलर की जरूरत है। हम उसे पसंद करेंगे, जो यूनिवर्सिटी के हक में काम कर सके।
- हाजी अरशान खान, कोर्ट मेंबर।
सक्रिय राजनेताओं को किसी यूनिवर्सिटी का चांसलर बनाने का मतलब विश्वविद्यालय का राजनीतिकरण करना है। इन्हें इससे दूर ही रखना चाहिए।
-प्रो. आफताब आलम, सचिव अमुटा।
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'मैं मैदान में हूं, और का पता नहीं'
शनिवार को अलीगढ़ आए एएमयू के पूर्व कुलपति महमूद उर रहमान ने कहा कि चांसलर की दौड़ में मैं तो हूं, बाकी का मुझे पता नहीं है। यह लोगों के प्यार की बदौलत है। एएमयू बिरादरी जिसे चाहेगी, उसे चांसलर बनाएगी।
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